न्यूयार्क : भेदिया कारोबारी रजत गुप्ता को दो साल की जेल के बाद रिहा कर दिया गया. भारत में जन्में रजत गुप्ता को अमेरिका की एक अदालत ने 2012 में भेदिया कारोबार में दोषी होने के मामले में दो साल की सजा सुनाई थी. गुप्ता को 13 मार्च को रिहा किया जाना था. लेकिन 13 मार्च को रविवार होने की वजह से गुप्ता को दो दिन पहले शुक्रवार को ही रिहा कर दिया गया. फेडरल ब्यूरो ऑफ प्रिजन्स में रखे उनके रिकॉर्ड के अनुसार 67 वर्षीय गुप्ता 11 मार्च को रिहा हो गये.
हॉर्वर्ड में पढ़े गुप्ता पर निदेशक मंडल में लिये गये फैसलों की गोपनीय सूचना एक समय दोस्त रहे एवं व्यापार सहयोगी राज राजारत्नम को देने का आरोप था. दो साल की जेल के अलावा, उन पर 50 लाख डॉलर का जुर्माना लगाया गया था. साथ ही सिक्यॉरिटीज ऐंड एक्सचेंज कमिशन ने भी उन पर 1.39 करोड़ डॉलर का जुर्माना लगाया था. उनकी सजा 2014 में शुरू हुई थी.
दोषी ठहराए जाने के बाद गुप्ता ने सजा के खिलाफ अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट समेत कई अदालतों में अपील की थी. लेकिन उन्हें राहत नहीं मिल सकी और उनकी सजा को बरकरार रखा गया था. हालांकि सजा पूरी होने के कुछ सप्ताह पहले उन्हें कुछ राहत उस समय मिली जब अमेरिकी अपीलीय अदालत सजा के खिलाफ उनकी अपील की सुनवाई दोबारा करने को तैयार हो गई. भेदिया कारोबार मामले में राजरत्नम 11 साल की सजा भुगत रहे हैं.