ढाका: बांग्लादेश में अगले आम चुनावों की निगरानी के लिए एक निष्पक्ष कार्यवाहक सरकार की मांग करते हुए विपक्ष द्वारा शुरु की गयी 60 घंटे की हड़ताल के बीच आज अलग-अलग स्थानों पर हुई झड़प में कम से कम पांच लोग मारे गए, 100 से ज्यादा जख्मी हुए, ट्रेनों और एक हिंदू मंदिर पर हमला किया गया.
मुख्य विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) और उसके दक्षिणपंथी सहयोगी जमात-ए-इस्लामी के समर्थकों ने वाहनों को आग के हवाले कर दिया और राजधानी ढाका में कई बम धमाके किए.चटगांव, राजशाही, नटोर और बोगरा सहित देश के कई अन्य स्थानों से झड़प, आगजनी, तोड़फोड़ और बम धमाके की खबरें आयीं.
‘बीडीन्यूज24’ ने अपनी खबर में बताया कि राजशाही में प्रदर्शनकारियों ने एक हिंदू मंदिर पर हमला किया और कई दुकानों में तोड़फोड़ की. चटगांव से मिली खबर के मुताबिक, उपद्रवियों ने एक गर्भवती महिला को अस्पताल लेकर जा रहे ऑटो-रिक्शा को आग के हवाले कर दिया. ढाका यूनिवर्सिटी के कर्मचारी आवास के एक मकान से पुलिस ने बारुद और 17 बम बरामद किए.
विपक्ष समर्थकों ने ढाका के मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत के अभिलेख कक्ष को पेट्रोल के जरिए आग के हवाले करने की कोशिश की. अधिकारियों ने बताया कि आग से कुछ दस्तावेजों को नुकसान पहुंचा. बहरहाल, ढाका में सार्वजनिक जीवन बहुत हद तक सामान्य रहा और लोग अपने काम पर गए. उत्तर-पश्चिमी जयपुरहाट में विपक्षी सदस्यों ने दो ट्रेनों में आग लगा दी जिससे करीब 70 मुसाफिर जख्मी हो गए.
रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि बहुत कम समय में प्रदर्शनकारियों ने रुप्शा एक्सप्रेस और रॉकेट मेल नाम की ट्रेनें जला डाली. ये ट्रेनें दक्षिण पश्चिमी खुलना जाने वाली थीं.
पबना इलाके में अवामी लीग के कार्यकर्ताओं ने बीएनपी और जमात-ए-इस्लामी के लोगों पर कथित तौर पर गोलीबारी की जिसमें एक शख्स की मौत हो गयी. देश के अन्य हिस्सों से भी दो लोगों के मारे जाने की सूचना प्राप्त हुई है.अधिकारियों ने किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए हजारों की तादाद में अतिरिक्त पुलिस बल और अर्धसैनिक बल तैनात किए हैं.