न्यूयार्क : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज रात सिलिकॉन वैली पहुंच रहे हैं जहां वह दुनिया की जानी मानी कंपनियों और उनके संस्थापकों की सफलता की कहानी सुनेंगे. उनकी इस यात्रा का मकसद भारत में भी इसी तरह का नवोन्मेषी और उद्यमशीलता का अनुकूल वातावरण तैयार करना है. सिलिकॉन वैली में अपने दो दिन के प्रवास के दौरान मोदी अपनी यात्रा की शुरुआत और समापन भारतीय-अमेरिकी समुदाय के साथ बैठकों से करेंगे. उनकी ऐसी आखिरी बैठक सान जोस के एसएपी सेंटर में 18,500 भारतीय-अमेरिकियों की सभा को संबोधित करने के साथ होगी. मोदी जैसे ही यहां पहुंचेंगे उनका काफिला सीधे दोपहर के भोजन के लिये जायेगा जो उनके सम्मान में अमेरिका में भारत के राजदूत द्वारा आयोजित किया गया है.
इस अवसर पर देशभर से शीर्ष भारतीय अमेरिका समुदाय के लोग पहुंचेगे. भारतीय-अमेरिकी समुदाय के साथ दो कार्यक्रमों के बीच मोदी टेस्ला, फेसबुक और गूगल के कार्यालयों और परिसरों की यात्रा करेंगे. इसके अलावा उनकी सिलिकॉन वैली के कार्पोरेट प्रमुखों के साथ भी बैठकें होंगी जिनमें एप्पल के टिम कुक से लेकर माइक्रोसॉफ्ट के सत्या नडेला, गूगल के सुंदर पिचई और अडोब के शांतुनू नारायन प्रमुख हैं. सिलिकॉन वैली पहुंचने वाले मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे. सिलिकॉन वैली दुनिया में आज नवप्रवर्तन और उद्यमशीलता के बडे केंद्र के तौर पर जाना जाता है. अमेरिका में भारतीय राजदूत अरण के. सिंह ने कहा कि शायद यही वजह है कि प्रधानमंत्री ने सिलिकॉन वैली की यात्रा का फैसला लिया.
वह दुनिया की इन प्रमुख कंपनियों और उनके प्रमुखों की सफलता की कहानी खुद सुनना और महसूस करना चाहते हैं और इसके पीछे उनका मकसद यही है कि भारत में भी इसी तरह का नवोन्मेषी और उद्यमशीलता के लिये अनुकूल वातावरण तैयार किया जाये. प्रधानमंत्री की सिलिकॉन वैली यात्रा के बारे में जानकारी देते हुये सिंह ने कहा, ‘सबसे पहले प्रधानमंत्री टेसला परिसर में जायेंगे जहां वह बैटरी प्रौद्योगिकी के बारे में जानकारी लेंगे.’ नवीकरणीय ऊर्जा के मामले में ऊर्जा भंडारण में इसका महत्व है, इसलिये यह काफी रुचि वाला क्षेत्र है. टेसला से लौटने पर उनकी मुलाकात एप्पल के सीइओ से होगी.
इसके बाद मोदी की सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र के शीर्ष सीइओ के साथ रात का भोजन होगा. इस दौरान कार्यक्रम में बोलने वाले प्रमुख सीइओ में सिस्को के जॉन चैंबर्स, क्वालकॉम के पॉल जैकब, माइक्रोसॉफ्ट के सत्या नडेला, गूगल के सुंदर पिचई और अडोब के शांतनू नारायेन होंगे. इनके अलावा इंडस ऐंटरप्रेनर्स की ओर से वेंक शुल्का भी इस अवसर पर मौजूद रहेंगे. यह सिलिकॉन वैली क्षेत्र के प्रौद्योगिकी उद्यमियों का प्रतिनिधित्व करने वालों का समूह है. कल मोदी की अमेरिका की दो प्रमुख आइटी कंपनियों — फेसबुक और गूगल के मुख्यालयों का दौरा करेंगे. हैकर स्क्वायर स्थित फेसबुक के मुख्यालय में मार्क जुकरबर्ग, मोदी के लिये ऑनलाइन टाउनहॉल का आयोजन करेंगे. इसे पूरी दुनिया में देखा जा सकेगा.
फेसबुक को कार्यक्रम के लिये हजारों सवाल मिले हैं इनमें से कौन से सवाल मोदी से पूछे जायें उनका चयन करने के लिये जुकरबर्ग को काफी मशक्कत करनी होगी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरुप ने कहा, ‘यह काफी महत्वपूर्ण चर्चा होगी, इसमें यह देखा जा सकेगा कि सोशल मीडिया क्या कर सकता है. जैसा कि आप जानते हैं कि दुनिया में आज भारत काफी युवा देश है, हमारे युवा सोशल मीडिया में काफी बढ-चढकर भाग ले रहे हैं. ऐसे में मार्क जुकरबर्ग के साथ होने वाली इस बैठक से एक अवसर हमें उपलब्ध होगा कि कैसे इस सब को आगे बढाया जा सकता है.’
फेसबुक मुख्यालय से मोदी सीधे गूगल कैंपस में जायेंगे. यहां वह स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में गूगल द्वारा की जा रही नयी खोज के बारे में जानकारी लेंगे. गूगल की नवीन प्रौद्योगिकी का स्किल इंडिया और डिजिटल इंडिया कार्यक्रमों में किस प्रकार इस्तेमाल किया जा सकता है इस पर गौर किया जायेगा. इसके बाद मोदी की अमेरिका के ऊर्जा मंत्री अर्नेस्ट मोनिज से मुलाकात होगी. इस दौरान नवीकरणीय ऊर्जा पर एक गोलमेज बैठक में वह शिरकत करेंगे. इस बैठक का आयोजन अमेरिका के वाणिज्य विभाग और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी ने मिलकर किया है. इस बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी भारत-अमेरिका स्टार्टअप कनेक्ट 2015 में भाग लेंगे. इस अवसर पर भारत से भी कुछ गिने चुने स्टार्टअप उपस्थित रहेंगे.
भारतीय अधिकारी ने कहा कि इस बैठक के आयोजन का मकसद भारतीय स्टार्ट अप को सिलिकॉन वैली के अनुकूल माहौल और अनुभव के साथ जोडना है. इसके बाद मोदी की खान एकेडमी के संस्थापक और सीइओ भारतीय-अमेरिकी सलमान खान से मुलाकात होगी. खान अकादमी दुनिया में मुफ्त ऑनलाइन कोर्स कराने वाली सबसे बडी अकादमी है. स्वरुप ने कहा कि इसके बाद रात को मोदी की सैप सेंटर में बडी सभा होगी. प्रधानमंत्री मोदी इस बैठक में भारत के अपने दृष्टिकोण के बारे में बतायेंगे. ‘पिछले 30 साल में यह पहला मौका है जब हमारे प्रधानमंत्री कैलिफोर्निया पहुंचेंगे. यह भारतीय समुदाय के लिये एक महत्वपूर्ण अवसर होगा.’ यहां से प्रधानमंत्री सीधे न्यूयार्क जाने के लिये हवाईअड्डा रवाना हो जायेंगे जहां अगले दिन वह राष्ट्रपति बराक ओबामा से मिलेंगे.