वाशिंगटन : नवगठित समूह ‘अमेरिकन सिख कांग्रेशनल कॉकस’ ने कैलिफोर्निया में 82 वर्षीय एक सिख पर हुए कथित घृणा अपराध हमले की कड़ी निन्दा की है.
समूह के सह अध्यक्षों ने कहा कि इस तरह की घटनाएं एफबीआई के लिए इसे और जरुरी बना देती हैं कि वह अमेरिका में सिखों के खिलाफ हुए घृणा अपराधों का पता लगाएं. कॉकस के दो सह अध्यक्षों में जूडी चु और डेविड वालडाओ शामिल हैं.
जूडी ने एक बयान में कहा, ‘‘जब मैंने पियारा सिंह पर संदिग्ध घृणा अपराध हमले के बारे में सुना तो मुङो बहुत दुख हुआ, जो बुजुर्ग सिख हैं और अपने धर्म तथा समुदाय के प्रति समर्पित हैं.’’ दक्षिण पश्चिमी शहर फ्रेसनो स्थित एक गुरुद्वारे में स्वयंसेवी के रुप में काम करने वाले पियारा सिंह को पिछले रविवार को लोहे की रॉड से बुरी तरह पीटा गया था.
उनके सिर और फेफड़े में चोट आई थी तथा हड्डियां और पसलियां टूट गई थीं. जूडी ने कहा, ‘‘हमें बढ़ती हिंसा और असहिष्णुता से लड़ना चाहिए जिससे सिख अमेरिकी समुदाय सहित सभी अमेरिकियों की सुरक्षा और स्वतंत्रता को खतरा है.’’ ग्यारह सितंबर 2001 के आतंकी हमलों के बाद सिख अमेरिकियों के खिलाफ शुरु हुई हिंसा की कड़ी में पियारा सिंह पर हुआ हमला एक ताजा घटना है.
एक अन्य बयान में वालडाओ ने कहा कि फ्रेसनो स्थित गुरुद्वारा नानकसर के बाहर पियारा सिंह पर हुए हमले की घटना से वह काफी दुखी हैं. इस बीच, सिख अमेरिकी नागरिक अधिकार संगठन ‘सिख कोअलिशन’ ने पियारा सिंह पर हमले के बाद तुरंत एक संदिग्ध को गिरफ्तार करने के लिए फ्रेसनो पुलिस की सराहना की है. संगठन से जुड़ी सिमरन कौर ने कहा, ‘‘हादसे के बाद तुरंत कार्रवाई के लिए हम फ्रेसनो पुलिस के आभारी हैं.’’