काबुल : विभिन्न एजेंसियों ने बेशक इस साल विद्रोही हमलों की संख्या में बढोत्तरी की खबरें दी हों लेकिन नाटो का कहना है कि अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ लड़ाई जीती जा रही है.
नाटो के नेतृत्व वाले अतंर्राष्टरीय सुरक्षा सहायक बल (आईएसएएफ) के प्रमुख अमेरिकी जनरल जोसेफ डनफोर्ड ने कहा, कुछ चुनौतियों की मौजूदगी के बावजूद कुछ ऐसे मूलभूत तथ्य हैं, जो देश भर की सुरक्षा दर्शाते हैं. डनफोर्ड ने एक बयान में कहा कि लगभग अस्सी लाख बच्चे स्कूलों में पढ़ रहे हैं. इनमें से 40 प्रतिशत लड़कियां हैं. 1996-2001 में तालिबान के शासन के दौरान सिर्फ दस लाख बच्चे स्कूलों में थे और ये सभी लड़के ही थे.
वर्ष 2002 में स्वास्थ्य सेवाओं तक सिर्फ नौ प्रतिशत अफगानियों की ही पहुंच थी जबकि अब 85 प्रतिशत लोग एक घंटे के भीतर चिकित्सीय सेवाओं तक पहुंच सकते हैं. जीवन प्रत्याशा में लगातार सुधार हो रहा है.
उन्होंने कहा कि संसद में 25 प्रतिशत से ज्यादा सीटों पर महिलाएं हैं. सेना व पुलिस में महिलाओं की संख्या अभी कम है लेकिन यह उपस्थिति तेजी से बढ़ रही है.
वर्ष 2001 में अमेरिका के नेतृत्व में काबुल में तालिबान को सत्ता से हटा दिया गया था. तब से तालिबान अफगान सरकार और अमेरिकी नेतृत्व वाले विदेशी बलों से युद्धरत है.