नयी दिल्ली: विदेश सचिव सुजाता सिंह ने अफगानिस्तान से लौटने पर आज एक स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि वहां विकास कार्यों में सहायता करने के भारत के मजबूत इरादों को कोई भी आतंकवादी गतिविधि नहीं डिगा सकता.विदेश सचिव जलालाबाद स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास की यात्रा पर गई थी जिसे हाल ही में एक आत्मघाती […]
नयी दिल्ली: विदेश सचिव सुजाता सिंह ने अफगानिस्तान से लौटने पर आज एक स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि वहां विकास कार्यों में सहायता करने के भारत के मजबूत इरादों को कोई भी आतंकवादी गतिविधि नहीं डिगा सकता.विदेश सचिव जलालाबाद स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास की यात्रा पर गई थी जिसे हाल ही में एक आत्मघाती हमले में निशाना बनाया गया था
उन्होंने 23 से 25 अगस्त की अपनी यात्रा के दौरान अपने अफगान समकक्ष इरशाद अहमदी से वार्ता की और राष्ट्रपति करजई, प्रथम उप राष्ट्रपति मार्शल फहीम, द्वितीय उप राष्ट्रपति करीम खलीली और विदेश मंत्री जलमई रसूल से मुलाकात की.उनके साथ संयुक्त विकास साझेदारी प्रशासन सचिव संजीव रंजन और संयुक्त सचिव (पाकिस्तान, अफगानिस्तान, भारत) रुर्देंद टंडन सहित विदेश मंत्रालय के अन्य अधिकारी भी थे.
भारत के राजदूत अमर सिन्हा और दूतावास की विकास शाखा के अन्य अधिकारियों के साथ एक संपूर्ण समीक्षा की गई. सुजाता बतौर विदेश सचिव अपनी पहली विदेश यात्रा पर अफगानिस्तान गई. उन्होंने यह स्पष्ट संदेश दिया कि अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण एवं विकास कार्यों में सहायता में भारत के मजबूत संकल्प को कोई भी आतंकवादी हमला प्रभावित नहीं कर सकता.उन्होंने जलालाबाद स्थित महावाणिज्य दूतावास की एक विशेष यात्रा भी की, जिसे एक आत्मघाती बम हमले में निशाना बनाया गया था. गौरतलब है कि इस महीने के शुरुआत में आत्मघाती हमलावरों ने जलालाबाद शहर में भारतीय दूतावास के पास विस्फोटकों से लदे एक वाहन में विस्फोट किया था जिसमें कम से कम आठ बच्चे मारे गए थे और 21 अन्य घायल हो गए थे.