नयी दिल्ली. अमेरिका सरकार ने पहली बार अपनी सालाना अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट में 2002 के गुजरात दंगों में नरेंद्र मोदी से संबंधित सभी अंश हटा दिये हैं. विदेश मंत्री जॉन केरी ने भारत यात्र से पहले सोमवार को वाशिंगटन डीसी में अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट 2013 जारी की. अमेरिका के इस कदम को ओबामा प्रशासन के मोदी के साथ सक्रिय संबंध बनाने की प्रमुख कोशिश के रूप में देखा जा रहा है.
गोधरा दंगों को लेकर अमेरिका एक दशक तक मोदी को वीजा देने से इनकार करता रहा था. वर्ष 2010 और 2011 में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया था कि जकिया जाफरी दंगों में सहभागिता को लेकर मोदी और अन्य 60 अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की कोशिश कर रही है. ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि एसआइटी ने सालों की जांच के बाद वर्ष 2012 में मोदी पर कोई आरोप नहीं लगाने का फैसला किया. दिसंबर, 2013 में एक मजिस्ट्रेट कोर्ट ने दंगों में मारे गये कांग्रेस सांसद एहसान जाफरी की विधवा जकिया की ओर से दायर विरोध याचिका को खारिज कर दिया और एसआइटी का फैसला बरकरार रखा.