संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने गाजा में जारी हमले पर चिंता जाहिर की है. संयुक्त राष्ट्र संचालित स्कूल में रॉकेट पाए जाने की घटना पर उन्होंने नाराजगी भी जतायी है. मून ने इस घटना की पूर्ण समीक्षा किए जाने की मांग की भी की है. उन्होंने यह भी कहा है कि इस तरह की घटना से स्कूल ‘‘संभावित सैन्य निशाने’’ बन सकते हैं और मासूम बच्चों का जीवन खतरे में पड सकता है. गाजा में संयुक्त राष्ट्र राहत एवं कल्याण एजेंसी द्वारा फलस्नीनियों के लिए संचालित एक स्कूल में रॉकेट पाए गए थे और उसके बाद से ये लापता हैं.
बान ने कहा कि जो आतंकी समूह इन गतिविधियों के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें ये गतिविधियां तुरंत रोकनी चाहिए तथा नागरिकों का जीवन खतरे में डालने के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए. उनके प्रवक्ता द्वारा जारी बयान में कहा गया कि महासचिव ‘‘इस बात को सुनकर हैरान हैं कि रॉकेट गाजा स्थित यूएनआरडब्ल्यूए स्कूल में रखे गए थे और बाद में वे गायब हो गए. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र संचालित स्कूल में हथियार रखे जाने पर अपनी नाराजगी और दुख जाहिर किया.’’
बान ने संयुक्त राष्ट्र के बचाव और सुरक्षा विभाग एवं यूएन माइन एक्शन सर्विस को तत्काल ऐसी प्रभावी सुरक्षा योजना बनाने तथा लागू करने के लिए कहा है जिससे संयुक्त राष्ट्र परिसर में मिलने वाले किसी भी हथियार के साथ सुरक्षित ढंग से निपटा जा सके. उन्होंने यूएनएमएएस को निर्देश दिए कि वह इस स्थिति से तत्काल निपटने के लिए विशेषज्ञता रखने वाले कर्मचारियों को नियुक्त करे.
बान ने कहा कि स्कूलों में हथियार रखकर, ‘‘ऐसा करने वाले लोग स्कूलों को संभावित सैन्य निशाना बना रहे हैं और मासूम बच्चों, वहां काम कर रहे संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारियों और इन स्कूलों में शरण ले रहे लोगों की जिंदगी खतरे में डाल रहे हैं.’’ उन्होंने आतंकी समूहों पर प्रभाव रखने वाले सभी लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे ‘‘इस तरह की गतिविधियों को अस्वीकार्य बताने का स्पष्ट संदेश भेजें.’’बयान में कहा गया, ‘‘संयुक्त राष्ट्र ऐसी घटनाओं को दोबारा होने से रोकने के लिए अपनी निगरानी को बढाने की दिशा में ठोस कदम उठा रहा है.’’