कुआलालंपुर/वाशिंगटन/नयी दिल्ली:यूक्रेन की सीमा में मलयेशियन एयरलाइंस के विमान एमएच-17 को मिसाइल से उड़ाये जाने के बाद खबर है कि आतंकवादियों के निशाने पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन थे. पुतिन के प्लेन के बारे में सही जानकारी नहीं मिलने के कारण यह प्लेन उनकी मिसाइल की जद में आ गया.
रशियन टुडे ने बताया है कि मलयेशिया का विमान उसी रूट पर था, जिस मार्ग से पुतिन का विमान गुजरा था. दोनों प्लेन एक ही बिंदु और सोपानक पर एक-दूसरे को पार किया था. पुतिन का प्लेन 10 हजार मीटर की ऊंचाई पर वारसा के नजदीक 330 मीटर सोपानक पर था. पुतिन का जेट 16:22 बजे (रूसी समय) और मलयेशिया का विमान 15:44 बजे (मलयेशियाई समय) उसी रूट से गुजरे थे. दोनों विमानों का आकार और रंग भी एक जैसा था.
ऑन लाइन न्यूज पोर्टल गजेटा आरयू ने खबर दी है कि हालांकि पुतिन के जेट ने नूकोवो-3 टर्मिनल से उड़ान भरी थी, लेकिन उनका प्रेसिडेंशियल जेट ‘बोर्ड वन’ ने यूक्रेन के ऊपर से उड़ान नहीं भरी थी. पुतिन अन्य विमान से नहीं चलते. जिस मसय मलयेशियाई विमान मिसाइल का शिकार बना, एयर इंडिया का विमान बी 787 (एआइ113) उस जगह से महज 25 किलोमीटर पीछे था. डीजीसीए ने भारतीय विमानों को पूर्वी यूक्रेन के युद्धग्रस्त क्षेत्र से उड़ान नहीं भरने के निर्देश दिये हैं. खबर है कि एयरलाइंस एसक्यू 351(बी777) भी मलयेशियाई विमान के बेहद करीब था. गौरतलब है कि रूसी सीमा के करीब 40 किलोमीटर दूर पूर्वी यूक्रेन में एम्सटर्डम से कुआलालंपुर जा रहे मलयेशियाई विमान को सतह से हवा में मार करनेवाली मिसाइल से मार गिराया था.
फ्लाइट मिस, बच गया परिवार
मलयेशिया की राजधानी कुआलालंपुर जा रहे एक परिवार की फ्लाइट एमएच-17 मिस हो गयी. उन्हें दूसरे प्लेन से जाना पड़ा. फलस्वरूप उनकी जान बच गयी. इस परिवार में मियां-बीवी और एक बच्चा था.