बीजिंग : चीन का सुपरकम्प्यूटर तिआन्हे-2 लगातार तीसरे साल दुनिया का सबसे तेज कंम्प्यूटर बना हुआ है. वह अपने अमेरिकी प्रतिद्वंद्वी के मुकाबले दो गुना तेज है. चीन की भाषा में तिआन्हे-2 का अर्थ होता है दुग्धमेखला-2. यह प्रति सेकेंड 33.86 पीटाफ्लॉप्स पर ऑपरेट कर सकता है. यदि सामान्य भाषा में कहें तो यह प्रति सेकेंड 33,860 ट्रिलियन गणनाएं कर सकता है.
इस मशीन द्वारा एक घंटे में की गयी गणना 1.3 अरब लोगों द्वारा 1,000 वर्ष में की गणना के बराबर है. दुनिया के सबसे तेज सुपरकम्प्यूटर्स की टॉप500 लिस्ट में तिआन्हे-2 तीसरी बार पहले स्थान पर काबिज हुआ है. यह सूची हर छह माह में बनती है.
सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ की खबर के मुताबिक, इस सुपरकम्प्यूटर का विकास नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ डिफेंस ने चीन के 863 आधुनिक प्रौद्योगिकी कार्यक्रम के तहत किया है जिसका लक्ष्य विदेशी तकनीकों पर देश की निर्भरता घटाना है.