हेरात : अफगानिस्तान में हुए राष्ट्रपति चुनावों में मतदान करने वाले 11 बुजुर्ग लोगों की अंगुलियां काट देने वाले दो तालिबानी उग्रवादियों को अफगान पुलिस ने मार गिराया है. अफगानिस्तान में मतदान कर चुके सभी लोगों की उंगलियों पर स्याही का निशान लगा था ताकि वे एक से ज्यादा बार वोट न डाल सकें लेकिन इस स्याही से उन लोगों की पहचान भी हो गई जिन्होंने तालिबान की धमकियों की अवज्ञा करते हुए चुनाव में भाग लिया.
गृह मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘उग्रवादी कमांडर मुल्ला शीर आगा और उसके एक अधिकारी को हेरात में कल हुई पुलिस की कार्रवाई में मार गिराया गया.’’ ‘‘ये दोनों 11 मतदाताओं की स्याही लगी उंगली को काटने के आरोपी थे.’’ मंत्रालय ने कहा कि हमलों में शामिल एक अन्य उग्रवादी इस अभियान में घायल हो गया और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
स्थानीय पुलिस ने अभियान की पुष्टि की लेकिन यह भी कहा है कि तालिबान के दो लडाके फरार हो गए. हेरात पुलिस के प्रवक्ता अब्दुल राउफ अहमदी ने कहा, ‘‘सुरक्षा बल उनके पीछे हैं. वे तालिबान के सदस्य हैं और वे अपने अपराधों की कीमत चुकाएंगे.’’ अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के मिशन के प्रमुख जेन कुबीस ने अंग काटने की इन घटनाओं को ‘वीभत्स’ करार दिया. तालिबान के एक प्रवक्ता ने हमले में संलिप्तता से इंकार किया. तालिबान ने शनिवार को होने वाले राष्ट्रपति चुनावों के दूसरे चरण में मतदाताओं को निशाना बनाने की घोषणा की थी.