कुआलालंपुर : लापता मलेशियाई विमान को लेकर एक और रहस्य का खुलासा हुआ है. मलेशिया एयरलाइंस ने कहा है कि विमान में 200 किलोग्राम से अधिक वजन वाली लीथियम आयन बैटरियां ले जाई गई थीं. मलेशिया एयरलाइंस (एमएएस) ने बीती रात एक बयान में कहा, ‘‘करीब दो टन, 2,453 किलोग्राम के बराबर, माल को एक मास्टर एयरवे बिल के तहत कंसोलिडेटेड घोषित किया गया था. असल में इस मास्टर एडब्ल्यूबी में पांच एडब्ल्यूबी थे. इन पांच एडब्ल्यूबी में से दो में लीथियम आयन बैटरियां थीं जिनकी कुल टनभार मात्र 221 किलोग्राम थी. शेष तीन एडब्ल्यूबी का वजन 2,232 किलोग्राम के बराबर था, जिन्हें रेडियो एक्सेसरीज और चार्जरों के रुप में घोषित किया गया था.’’ अखबार द स्टार ने खबर दी कि लेकिन इसका खुलासा पहले नहीं हुआ था और विमान की माल सूची में इसका उल्लेख नहीं है.
मलेशियाई कंपनी एनएनआर ग्लोबल लॉजिस्टिक्स के अनुसार ये बैटरियां 2.453 टन की ‘‘कंसोलिडेटेड’’ खेप का एक छोटा सा हिस्सा थीं. एमएएस ने हालांकि, कहा कि बैटरियों का वजन 221 किलोग्राम था. वहीं, कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा कि उनका वजन 200 किलोग्राम से कम था. उन्होंने हालांकि, यह नहीं बताया कि शेष 2.253 टन माल क्या था.दैनिक ने उनके हवाले से कहा, ‘‘मैं जांच जारी रहने की वजह से अधिक खुलासा नहीं कर सकता. हमसे हमारे कानूनी सलाहकारों ने इसके बारे में बात नहीं करने को कहा है.’’ उन्होंने कहा कि वह बैटरियों को बनाने वाली कंपनी का नाम नहीं बता सकते. मलेशिया एयरलाइंस के मुख्य कार्याधिकारी अहमद जौहरी याह्या ने भी 24 मार्च को घोषणा की थी कि विमान में 200 किलोग्राम वजनी लीथियम बैटरियां लदी थीं. उन्होंने कहा कि ये सुरक्षित ढंग से पैक की गई थीं.