इस्लामाबाद : परवेज मुशर्रफ के वकील ने आज दावा किया कि पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति को देशद्रोह के मुकदमे में निशाना बनाया जा रहा है तथा 2007 में आपातकाल लगाने में शामिल रहे सभी लोगों पर एकसाथ मुकदमा चलाया जाना चाहिए. पूर्व सैन्य शासक ने अपने वकील फरोघ नसीम के जरिये उस जांच रिपोर्ट की प्रति मांगी जिसके आधार पर उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला शुरु किया गया है. नसीम ने अदालत से वह असहमति टिप्पणी भी मुहैया कराने को कहा जो संघीय जांच एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने लिखी है.
न्यायमूर्ति फैजल अरब की अध्यक्षता वाली सिंध उच्च न्यायालय की तीन सदस्यीय पीठ 70 वर्षीय मुशर्रफ के खिलाफ देशद्रोह के गंभीर आरोपों से संबंधित मामले की सुनवाई कर रही है. इस मामले की 31 मार्च को हुई पिछली सुनवाई में मुशर्रफ को नवंबर 2007 में देश में आपातकाल लगा कर संविधान को निलंबित करने, नुकसान पहुंचाने एवं उल्लंघन करने तथा उंची अदालत के न्यायाधीशों को हिरासत लेने के लिए दोषारोपित किया गया था.बचाव पक्ष ने 2007 में आपातकाल लागू करने के लिए जारी अधिसूचना की प्रति पेश की और कहा कि इस बारे में जिन लोगों से विचार विमर्श किया गया उनके नाम आदेश में शामिल हैं.