कुआलालंपुर: दुर्घटनाग्रस्त मलेशियाई विमान में सवार यात्रियों के परिजन इस बात को लेकर चिंतित हैं कि उनके लापता परिजन की अंत्येष्ठि किस तरह होगी क्योंकि न तो उनके शवों का पता है और नही यह मालूम है कि उनकी मौत कब और कहां हुई.
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि मुस्लिम यात्रियों की अंत्येष्ठि तब तक नहीं की जाएगी जब तक खोज अभियान अंजाम तक नहीं पहुंच जाता. दूसरे धर्म के लोग भी कुछ इसी तरह के उहापोह की स्थिति में हैं. भारतीय मूल के जी सुब्रमण्यम का 34 वर्षीय पुत्र भी विमान में सवार था. उनका कहना है कि शव नहीं है और ऐसे में वह नहीं जानते कि क्या करना है.
मलेशिया एयरलाइंस के इस विमान ने बीते आठ मार्च को उडान भरी थी और इसके कुछ देर बाद यह लापता हो गया था. इसमें पांच भारतीय नागरिकों सहित 239 लोग सवार थे. इसमें सबसे अधिक चीन के 154 लोग सवार थे. मलेशिया सरकार ने सोमवार को विमान के हादसे का शिकार होने का एलान किया.