कोडरमा : ध्वजाधारी धाम में 777 सीढ़ी चढ़ कर लोग भगवान भोले का दर्शन करने पहुंचते हैं. मगर सुविधा नहीं होने के कारण श्रद्धालुओं को काफी दिक्कत होती है. सुविधाओं के लिए भक्त तरस रहे हैं.
इन सुविधाओं को बहाल करने में आ रही अड़चनों को दूर करने के लिए अगर सकारात्मक पहल होती, तो शायद यहां की तसवीर बदल गयी होती. जिले के अधिकारियों की ही मानें तो यहां विकास को गति देने के लिए दो ही उपाय हैं.
इससे संबंधित योजना पर काम करने का अधिकार वन विभाग को सौंप दिया जाये या फिर मंदिर के संचालन के लिए एक ट्रस्ट बनाया जाये, ताकि विकास का रास्ता साफ हो.