इस्लामाबाद : पाकिस्तान के एक न्यायाधीश द्वारा काम पर रखी गयी 10 साल की एक घरेलू सहायिका ने प्रताड़ना के कई निशान आज दिखाए. एक अस्पताल के प्रमुख ने आज यह बताया. दरअसल, पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय ने इस मामले की जांच का आदेश दिया था. इस घटना ने पाकिस्तान में बाल श्रम की व्यापक मौजूदगी को उजागर किया है.
सोशल मीडिया पर लड़की के चेहरे और हाथों पर चोट की तस्वीरें फैलने के बाद शीर्ष न्ययालय ने पिछले हफ्ते मामले में हस्तक्षेप किया और पूरी जांच का आदेश दिया. बच्ची को रविवार को इस्लामाबाद के उपनगरीय इलाके से बरामद किया गया और उसकी मेडिकल जांच करायी गयी. पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज हॉस्पिटल के प्रमुख जावेद अकरम ने बताया, ‘‘उसने प्रताड़ना के निशान दिखाये हैं.”