रियो डि जिनेरियो : अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने डोपिंग के लिए रुस की येवगेनिया कोलोद्को से 2012 के लंदन ओलंपिक में जीता गया उनका रजत पदक छीन लिया है. पिछले ओलंपिक से अयोग्य करार दी गयी वह दूसरी पदकधारी हैं.
लंदन और 2008 के बीजिंग खेलों में लिए गए नमूनों की नई जांच के बाद पकड़े गए पदक विजेताओं की बड़ी होती सूची में येवगेनिया नया नाम है. आईओसी ने कहा कि रुसी गोलाफेंक खिलाड़ी के डोपिंग नमूने में दो प्रतिबंधित पदार्थ – टुरिनाबोल और हार्मोन बढ़ाने वाला इपामोरेलिन पाए गए थे.
येवगेनिया प्रतिस्पर्धा में तीसरे स्थान पर रही थीं लेकिन ओलंपिक खत्म होने के एक हफ्ते बाद बेलारुस की विजेता नादजेया ओस्तापचुक के डोप टेस्ट में असफल होने के बाद उन्हें कांस्य की जगह रजत पदक मिल गया. न्यूजीलैंड की वेलेरी एडम्स अब नई स्वर्ण पदक विजेता और चीन की गोंग लिजिआओ रजत पदक विजेता हैं.
आईओसी ने रुसी ओलंपिक समिति को आदेश दिया कि ‘‘पदक, पदकधारी का पिन और डिप्लोमा जितनी जल्दी संभव हो उतनी जल्दी आईओसी को लौटा दिए जाएं.” इससे पहले रुस की चार गुणा 100 मीटर महिला रिले टीम ने डोप टेस्ट में असफल होने के बाद बीजिंग ओलंपिक का स्वर्ण और चार गुणा 400 मीटर टीम ने रजत पदक गंवा दिए.