न्यूज़ीलैंड ने वन्यजीवों के संरक्षण के लिए 35 सालों में देश को सभी प्रकार के चूहों से मुक्त करने का लक्ष्य रखा है.
न्यूज़ीलैंड हेराल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक़ प्रधानमंत्री जॉन की चाहते हैं कि न्यूज़ीलैंड का हर कोना 2050 तक चूहों से मुक्त हो जाए.
जॉन की का कहना है कि हर साल 2.5 करोड़ स्थानीय पक्षियां इन जानवरों के हाथों मरती हैं.
इनसे छुटकारा पाने को लेकर वो कहते हैं, "पूरी दुनिया में ये सबसे महत्वाकांक्षी संरक्षण परियोजना का प्रयास है."
जंगली बिल्लियां भी सरकारी परियोजना के निशाने पर हैं. लेकिन पालतु बिल्लियों को कोई ख़तरा नहीं है.
पिछले हफ़्ते ही वेलिंगटन में एक नए आवास विकास ने तब सुर्खियां बटोरीं जब वहां पालतु बिल्लियों पर प्रतिबंध लगाया गया.
इसके लिए कारण दिया गया कि आसपास के वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए ऐसा नियम बनाया गया है.
सरकार एक नई कंपनी, प्रीडेटर फ्री न्यूज़ीलैंड लिमिटेड में 2.8 करोड़ न्यूज़ीलैंड डॉलर निवेश करने जा रही है और इसमें निजी क्षेत्र से वित्तीय सहायता चाहती है.
विपक्षी ग्रीन पार्टी के मुताबिक़ एक यूनिवर्सिटी का अध्ययन बताता है कि इस लक्ष्य को हासिल करने में नौ अरब न्यूज़ीलैंड डॉलर्स का ख़र्च आएगा.
रेडियो न्यूज़ीलैंड रिपोर्ट के मुताबिक़ जहां कुछ इलाकों में ज़हर का इस्तेमाल किया जाएगा, वहीं उच्च तकनीक का भी सहारा लिया जाएगा.
संरक्षण मंत्री मैगी बेरी के मुताबिक़ इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए तकनीक की बहुत ज़रूरत पड़ेगी.
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