दक्षा वैदकर
यदि आप जिंदगी में आगे बढ़ना चाहते हैं, तो यह बहुत जरूरी है कि आप खुद के साथ थोड़ी सख्ती बरतें. दूसरे लोग आपका मूल्यांकन करें, उससे पहले आप अपना मूल्यांकन खुद करें. बस ध्यान रहे कि ईमानदारी से अपना मूल्यांकन करें. अगर आपको खुद में कमी नजर आये, तो खुद की आलोचना करने में झिझकें नहीं, तभी आप कमी को दूर कर पायेंगे.
आपको समझना होगा कि ये सेल्फ अप्रेजल आप में सुधार के लिए है. अगर आप अपनी खामियों को यूं ही छिपाते रहेंगे, अति आत्मविश्वास के साथ यह कहेंगे कि मुझ में कोई कमी ही नहीं हैं, तो यकीन मानिए आप पीछे रह जायेंगे. अब बात आती है कि सेल्फ अप्रेजल कैसे करें? इसके लिए आपको अपने खुद के कामों की फाइल बनानी चाहिए. इस फाइल में उन प्रोजेक्ट्स के बारे में लिखें, जो आपने किये हैं. उन्हें भी लिखें, जो आप पूरा नहीं कर पाये. देखें कि आपने प्रोजेक्ट डेडलाइन में पूरे किये हैं या नहीं? इसके साथ ही जिन प्रोजेक्ट पर काम अभी चल रहा है, वह समय पर पूरा कर पायेंगे या नहीं. इस तरह की सूची से आपको समझ आयेगा कि आपने अब तक कितना काम किया है और किस स्पीड में किया है.
एक और बात ध्यान रखें. आपने जो भी कुछ अब तक सीखा है, उसके बारे में बतायें. तय करें कि हर कुछ महीने में, साल में आपको कुछ नयी चीजें सीखना ही है. इस तरह धीरे-धीरे आप मल्टीटास्किंग होते जायेंगे और परफेक्शन की ओर बढ़ेंगे.
इस बात पर भी ध्यान दें कि आपके द्वारा सीखी गयी इन चीजों का इस्तेमाल आप कंपनी की भलाई के लिए किस तरह कर सकते हैं. अंत में, जब आप खुद को नंबर दें, तो खुद के साथ सख्ती बरतें. अगर आप एवरेज काम को भी अच्छे नंबर देंगे, तो आपकी परफॉरमेंस गिरती चली जायेगी अौर आप सीखने की कोशिश नहीं करेंगे.
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