ढाका : बांग्लादेश के कैफे पर किए गए देश के इतिहास के सबसे भयावह आतंकी हमले के सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अधिकारियों ने बंधक बनाने वाले लोगों के अंतरराष्ट्रीय संपर्कों की जांच शुरू कर दी है. इस हमले में आइएसआइएस के संदिग्ध आतंकियों ने 22 लोगों की निर्मम तरीके से हत्या कर दी थी और मारे गए लोगों में से अधिकतर विदेशी थे.पुलिस महानिरीक्षक एकेएम शहीदउल हक ने हिरासत में लिए गए लोगों की पहचान उजागर नहीं की और न ही यह बताया कि उन्हें कहां रखा गया है.
उन्होंने कहा कि दोनों लोग शारीरिक रूप से अभी ठीक नहीं हैं और उनकी हालत में सुधार आने पर उनसे पूछताछ की जाएगी.
उन्होंने कहा, ‘‘उनमें से एक व्यक्ति अस्पताल में और दूसरा हिरासत में है.’ इससे पहले, प्रधानमंत्री शेख हसीना और बांग्लादेशी सेना ने कहा था कि एक आतंकी को हमले वाली जगह से जिंदा पकड़ा गया है. हालांकि संदिग्ध व्यक्ति की पहचान का खुलासा नहीं किया गया था.
उन्होंने कहा, ‘‘हमलावरों के अंतरराष्ट्रीय आतंकी समूहों के साथ संबंध हो सकते हैं.’ इस्लामिक स्टेट ने 12 घंटे तक चली इस आतंकी गतिविधि में बंधक बनाए गए 20 लोगों और दो पुलिस अधिकारियों की हत्या करने की जिम्मेदारी ली है. यह प्रकरण सेना की ओर से धावा बोले जाने के बाद खत्म हुआ. सेना ने राजनयिक क्षेत्र स्थित होले आर्टिजन बेकरी पर धावा बोलकर छह हमलावरों को मार गिराया था और एक को जिंदा पकड़ लिया था.
इस हमले के दौरान मारे गए लोगों में 19 साल की एक भारतीय लड़की तारिषी जैन, नौ इतालवी, सात जापानी, एक बांग्लादेशी मूल का अमेरिकी और दो बांग्लादेशी नागरिक शामिल हैं. जांच की जानकारी रखने वाले पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त के साथ पीटीआइ भाषा को बताया, ‘‘आपने मीडिया को दीगयीं मृतक आतंकियों की तस्वीरें देखी हैं, हमने उनमें से चार की पृष्ठभूमि का पता लगा लिया है.’ अधिकारी ने कहा कि सभी हमलावरों की उम्र 20 वर्ष के आसपास है. इनमें से चार लोग अमीर परिवारों से आते हैं और ये ढाका के बढिया स्कूलों, विश्वविद्यालयों और विदेश सेपढ़े हैं.
मारे गए हमलावरों में से एक मलेशियाई विश्वविद्यालय में पढ़ रहा था. उसके परिवार ने कहा कि उन्हें इस बात की बिल्कुल भनक नहीं थी कि वह घर लौटा और हमले में शामिल हो गया.
अधिकारी ने कहा कि पांचवा युवक उत्तर पश्चिमी बोगरा के एक गांव से था और उसने मदरसे में पढाई की थी. इस युवक ने शुक्रवार रात के जनसंहार में हमलावरों का नेतृत्व किया.
अधिकारी ने कहा, ‘‘पुलिस को उत्तरपश्चिमी क्षेत्र में तीन भयावह आतंकी हमलों के चलते पिछले सात माह से इस खैरुल :बोगरा निवासी: की तलाश थी. हमारा मानना है कि इसी ने उस रात होले आर्टिजन रेस्तरां पर हमले का नेतृत्व किया.’ प्रथम अलो अखबार के अनुसार, खैरुल कई महीनों से लापता था. बोगरा पुलिस ने उसके माता पिता को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है.
मारे गए हमलावरों में से एक रोहन इम्तियाज निजी बीआरएसी विश्वविद्यालय का छात्र था. वह प्रधानमंत्री शेख हसीना की सत्ताधारी आवामी लीग के एक मंत्री का बेटा था. उसकी मां ढाका के स्कोलास्टिका स्कूल की शिक्षका हैं.
परिवार ने पिछले साल दिसंबर में उसके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
पुलिस की ओर से उपलब्ध कराई गयी पांच शवों की तस्वीरों में से चार लोगों की तस्वीरें एसआइटीइ द्वारा प्रकाशित तस्वीरों में मौजूद युवकों से मेल खाती हैं. इन तस्वीरों में युवक इस्लामिक स्टेट के काले झंडे के सामने मुस्कुराते हुए नजर आ रहे थे.