ग्रेटर नोएडा : दादरी के बिसहड़ा गांव में गोमांस खाने के संदेह में भीड़ द्वारा मोहम्मद अखलाक को पीट-पीट कर मार डाले जाने के करीब नौ महीने बाद सोमवार को फिर से इस गांव में स्थिति तनावपूर्ण रही. पुलिस की निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते हुए स्थानीय लोगों ने यहां एक महापंचायत आयोजित की, जिसमें उन्होंने अखलाक के परिवार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. इससे पहले, पुलिस ने इस महापंचायत की वजह से तनाव भड़कने की आशंका के मद्देनजर दादरी में धारा 144 लगा दी थी, जिसके तहत लोगों को इकट्ठा होने की इजाजत नहीं होती है. यह मांग तब उठी, जब एक फॉरेंसिक रिपोर्ट में बताया गया कि मोहम्मद अखलाक के घर पाया गया मांस ‘गाय या गोवंश’ का था.
ग्रामीण ने अखलाक के परिवार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाने की मांग को लेकर शुरू में महापंचायत आयोजित करने की योजना बनायी थी. आयोजकों के अनुसार, विरोध स्वरूप दिये गये धरने में शिवसेना के स्थानीय स्तर के कुछ नेताओं ने भी भाग लिया. जिलाधिकारी एनपी सिंह ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है. उन्होंने निवासियों से हिंसा नहीं करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि राजनीतिक नेताओं को मामले का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह अदालत में विचाराधीन है.
मामले को अदालत में चलने दीजिए. वे अदालत के समक्ष अपने विचार या साक्ष्य रख सकते हैं. किसी को भी कानून एवं व्यवस्था को बिगाड़ने की इजाजत नहीं दी जायेगी. आरोपी विशाल राणा के पिता संजय राणा ने धमकी दी थी कि महापंचायत आयोजित की जायेगी, क्योंकि पुलिस अखलाक के परिवार के खिलाफ केस दर्ज करने में विफल रही है.