
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मौजूदा सीज़न का पहला मैच नई टीम पुणे सुपर जाइंट्स और मुंबई इंडियंस के बीच था.
इस मैच में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली पुणे टीम में एक नहीं दो अश्विन खेल रहे थे.
लेकिन हैरत तो उस समय हुई जब इस मैच में धोनी ने उस अश्विन को सिर्फ़ एक ओवर गेंदबाज़ी करने दिया, जिसने भारतीय टीम की नैया कई मौक़ों पर पार लगाई है.
घूमती गेंदों से उनके कमाल के कारण वे कई बार भारत के तारणहार बने हैं और कई बार तो उनके बल्ले ने भी कमाल दिखाया है.
हाल के वर्षों में रविचंद्रन अश्विन भारतीय क्रिकेट का आवश्यक हिस्सा बन गए हैं.

लेकिन आईपीएल के जिस मैच की हम चर्चा कर रहे हैं उस मैच में एक दूसरे अश्विन को धोनी क्यों ज़्यादा मौक़ा दे रहे हैं.
इन सवालों के जवाब में धोनी ने ख़ुद स्पष्टीकरण दिया है कि वे नए गेंदबाज़ों को ज़्यादा मौक़ा देना चाहते हैं. साथ ही उन्होंने आर अश्विन की भारतीय क्रिकेट की देन को सलाम भी किया.
चलिए अब चर्चा करते हैं उस अश्विन की जिसे आर अश्विन से ज़्यादा गेंदबाज़ी करने का मौक़ा मिला.
उनका नाम है एम अश्विन यानी मुरुगन अश्विन. 25 वर्षीय मुरुगन अश्विन ने 2015-16 के सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी में तमिलनाडु की ओर से 10 विकेट लिए थे.

इसके तुरंत बाद पुणे सुपरजाइंट्स ने उन्हें साढ़े चार करोड़ रुपए में ख़रीद लिया. आपको ये जानकर भी आश्चर्य होगा कि मुरुगन अश्विन ने प्रथम श्रेणी के सिर्फ़ तीन मैच ही खेले हैं.
लेकिन टी-20 प्रतियोगिताओं में उनका इकॉनॉमी रेट 5.52 का है और इसी की वजह से पुणे की टीम में उन्हें जगह मिली है.
इस आईपीएल के पहले मैच में धोनी ने मुंबई के ख़िलाफ़ जब स्पिनर को लगाया, तो वो 11वाँ ओवर था और गेंदबाज़ थे एम अश्विन. आर अश्विन को 16वें ओवर में मौक़ा मिला. उन्होंने इस मैच में सिर्फ़ एक ओवर किया, हालाँकि उन्होंने एक विकेट भी लिया था.
जबकि धोनी ने मुरुगन अश्विन से चार ओवर करवाए. सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं क्योंकि अपने आख़िरी तीन टी-20 मैचों में अश्विन ने सिर्फ़ पाँच ओवर गेंदबाज़ी की है.

वर्ल्ड टी-20 में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ दो ओवर, सेमी फ़ाइनल में वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ दो ओवर और आईपीएल में मुंबई के ख़िलाफ़ एक ओवर.
धोनी ने आईपीएल मैच के बारे में स्पष्टीकरण दिया है कि मैच के हालात को देखते हुए वे चाहते थे कि मुरुगन में भरोसा दिखाए, ताकि आगे आने वाले मैचों में वे विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बन सके.
आर अश्विन के रिकॉर्ड पर नज़र डालें, तो अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैचों में उन्होंने 43 मैचों में 50 विकेट लिए हैं. जबकि टी-20 मैचों की बात करें तो 180 मैचों में 189 विकेट लिए हैं.
वनडे में 102 मैचों में 142 विकेट और टेस्ट में 32 टेस्ट में 176 विकेट उनके नाम हैं. बल्लेबाज़ी की बात करें, तो आर अश्विन ने टेस्ट मैचों में दो शतक भी लगाए हैं.
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)