नींद की कमी से न्यूरोडीजेनेरेशन
स्टडी की अगुआई करने वाले उपसाला यूनिवर्सिटी के रिसर्चर क्रि स्टियन बेनेडिक्ट ने कहा, हमने ऑब्जर्व किया कि पूरी रात नहीं सोने से ब्लड मॉलिक्यूल्स एनएसइ और एस-100बी के जमाव में वृद्धि हुई. आमतौर पर इन ब्रेन मॉलिक्यूल्स के ब्लड में बढ़ने से दिमाग डैमेज हो सकता है. यह स्टडी जर्नल ‘स्लीप’ में प्रकाशित हुई है. बेनेडिक्ट ने कहा, हमारे नतीजे बताते हैं कि नींद की कमी न्यूरोडीजेनेरेटिव प्रोसेस को बढ़ावा दे सकती है. हमारे टेस्ट के निष्कर्षो से संकेत मिलता है कि एक रात की अच्छी नींद ब्रेन की हेल्थ को बनाये रखने के लिए अहम है.
लंदन : रात को अच्छी नींद की कमी आपके ब्रेन को ‘हिट’ करने की तरह नुकसान पहुंचा सकती है. एक नये अध्ययन में इस बारे में चेताया गया है. स्वीडन की उपसाला यूनिवर्सिटी में शोधकर्ताओं ने पाया है कि एक अच्छी नींद लेने से मस्तिष्क की कोशिकाओं को स्वस्थ रखने में काफी मदद मिलती है. अगर ऐसा नहीं होता है तो दिमाग को नुकसान पहुंचाने वाले मॉलिक्यूल्स अपने काम में लग जाते हैं. शोध में पाया गया कि एक रात की नींद खराब होने से सुबह तक एक स्वस्थ युवा के शरीर में दो खास तरह के ब्लड मॉलिक्यूल्स (न्यूरॉन स्पेसिफिक इनोलेज) एनएसइ और एस-100 बी का जमाव बढ़ जाता है. इन मॉलिक्यूल्स की संख्या में सिर्फ एक रात ना सोने की वजह से करीब 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गयी. शोधकर्ताओं ने बताया कि नींद नहीं आने की वजह से इन मॉलिक्यूल्स के खून में बढ़ने से यह साबित होता है कि नींद की कमी से ब्रेन टिशू में नुकसान हो सकता है. 15 सामान्य वजन वाले पुरुषों ने इस अध्ययन में हिस्सा लिया. एक बार वे करीब आठ घंटे के लिए सोये, जबकि दूसरी बार वे एक पूरी रात नींद से वंचित रहे.
स्लीप एनवायरमेंट
आप चाहते हैं कि आपको रात में अच्छी नींद आए, तो यह बहुत कुछ आपके सोने से पहले के रुटीन पर डिपेंड करता है. आप जब बेड पर सोने जाएं, तो उससे एक घंटा पहले टीवी, लैपटॉप और मोबाइल वगैरह बंद कर दें. अगर आपके सोने वाले रूम में हल्की-सी रोशनी भी आ रही होती है, तो इसका असर आपकी नींद पर पड़ता है.