।। दक्षा वैदकर ।।
आज का जमाना अधिक-से-अधिक फ्रेंड्स बनाने व सोशल होने का है. जिसके कॉन्टैक्ट अधिक, वह उतना ही सफल. यही वजह है कि सोशल नेटवर्किग साइट्स का इस्तेमाल भी बढ़ा है. इन सब से इतर कुछ लोग अब भी आपको ऐसे मिल जायेंगे, जो नये लोगों से घुलते-मिलते नहीं है.
सालों से वे गिने-चुने दोस्तों के साथ नजर आते हैं. ऐसे लोगों को यही सलाह है कि पार्टीज, इवेंट्स का फायदा उठाएं. अधिक से अधिक कॉन्टैक्ट बनाएं. आप एंटरप्रेन्योर हो या जॉब करते हो. हाउस वाइफ हो या स्टूडेंट. कोई फर्क नहीं पड़ता. अच्छे कॉन्टैक्ट कभी भी आपके काम आ सकते हैं. इसलिए ऐसे इवेंट्स में जरूर जाएं.
इन इवेंट्स में जाने से पहले तैयारी जरूर कर लें. इवेंट में कोई विशेष व्यक्ति आ रहा है, जैसे कोई मुख्य वक्ता है, कोई फेमस आर्टिस्ट है, तो उसकी जानकारी जरूर निकाल लें ताकि जब आप उनसे बात करें, तो उसमें किसी बात की कमी न रह जाये. आगे बढ़ कर बात करने में झिझक महसूस न करें.
हां, माहौल व वक्त का जरूर ख्याल रखें. जब भी किसी नये व्यक्ति से मिले, उसका नाम व नंबर जरूर ले लें. ध्यान देनेवाली बात यह है कि कॉन्टैक्ट बनाते वक्त अपनी बड़ाई बिल्कुल न करें. यदि आप थोड़े संकोची स्वभाव के हैं या आपको किसी विषय का ज्ञान कम है, तो आप शांत रह कर लोगों की बात सुन सकते हैं. बीच-बीच में अपनी राय दे सकते हैं. इवेंट में आपका कॉन्फीडेंट दिखना जरूरी है. लोग ऐसे व्यक्ति की तरह ही आकर्षित होते हैं. ध्यान रहे कि अति आत्मविश्वासी भी न हो जाये, वरना लोग आपसे दूर भागने लगेंगे.
इवेंट खत्म हो जाने के बाद उन लोगों से किसी-न-किसी बहाने संपर्क बनाएं रखें. आप फेसबुक पर उनसे जुड़ सकते हैं. फोन कर सकते हैं. इवेंट में ऐसे लोगों से जरूर बनाने की कोशिश करें, जो आपके क्षेत्र के एक्सपर्ट्स हो. इससे आपको भविष्य में बहुत फायदा पहुंचेगा. बस गलती से भी आपका यह मकसद उन तक नहीं पहुंचना चाहिए. यदि आप इवेंट में ही अपना स्वार्थ जाहिर कर देंगे, तो वे आपको तवज्जो नहीं देंगे. मतलबी इनसान समझेंगे.
बात पते की..
– इवेंट में कई तरह के लोग होते हैं, ग्रुप्स होते हैं. आप अपनी रुचि के अनुसार ग्रुप चुन सकते हैं. जो आपको फायदा पहुंचाये.
– लोगों से संपर्क बनाये रखें, लेकिन एकदम उनके पीछे हाथ धो कर न पड़ जाएं. बार-बार पिंग करना, मैसेज करना भी इमेज बिगाड़ सकता है.