
महाराष्ट्र में पिछले साल 3228 किसानों ने आत्महत्या की है जो कि 2001 के बाद सर्वाधिक है.
कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने शुक्रवार को राज्यसभा में एक लिखित जवाब में यह जानकारी दी.
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक़ पिछले साल सबसे ज्यादा अमरावती में 1179 किसानों ने आत्महत्या की.
इसी तरह औरंगाबाद में 1130, नासिक में 459, नागपुर में 362, पुणे में 96 और कोंकण क्षेत्र में दो किसानों ने ख़ुदकुशी की.

सरकार के मुताबिक़ पिछले साल आत्महत्या करने वाले 3228 किसानों में से 1841 के आश्रित मुआवजा पाने के हक़दार हैं जबकि 903 मामलों में ऐसा नहीं है. 484 मामलों की जांच लंबित है.
आत्महत्या करने वाले 1818 किसानों में से प्रत्येक के आश्रित को एक लाख रुपए की मुआवजा राशि दी जा चुकी है.
खराब मॉनसून के कारण महाराष्ट्र में सूखे की स्थिति है.
केंद्र सरकार ने सूखे से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से 3049.36 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं.
इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट किया कि उनकी सरकार किसानों को सूखे से की स्थिति निपटने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है.
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