ठंड का मौसम आ चुका है. इस मौसम में हमें अपनी सेहत का खास ख्याल होता है और ज्यादातर लोग कसरत पर भी विशेष ध्यान देते हैं. लेकिन हमारे दिमाग में कसरत को लेकर कई भ्रम होते हैं, जिनकी वजह से हम कुछ जरूरी बातों को नजरअंदाज कर देते हैं. अच्छी सेहत के लिए ऐसे किसी भी भ्रम को दूर करना बेहद जरूरी है. आइए जानें:
गलती : शरीर को मजबूत बनाने के लिए शरीर के एक ही हिस्से की नियमित रूप से कसरत करना.
दरअसल : नियमित रूप से शरीर के एक ही हिस्से की कसरत करना शरीर को नुकसान पहुंचाता है. मांसपेशियों की कसरत करने के बाद एक या दो दिन तक आराम करना चाहिए. लगातार ज्यादा कसरत करने से गंभीर नुकसान हो सकता है या शरीर में दर्द बढ़ सकता है. असल में फायदा पाना चाहते हैं तो मांसपेशियों की कसरत एक दिन छोड़कर करनी चाहिए.
गलती : कसरत से पेट अंदर हो जाने की उम्मीद करना.
दरअसल : पेट या किसी भी दूसरी मांसपेशी को कसरत के बाद पूरा आराम चाहिए होता है. इसलिए जरूरी है कि एक-दो दिन के अंतराल पर ही पेट की कसरत करें.
गलती : कसरत से पहले वॉर्म-अप न करना.
दरअसल : कसरत के बाद होने वाले दर्द से बचने का सबसे अच्छा उपाय है बॉडी वॉर्म-अप. इसके बाद हल्की स्ट्रेचिंग भी दर्द से बचाती है. यह शरीर संग दिमाग को राहत पहुंचाता है.
गलती : कसरत करते समय शरीर पर तेजी से दबाव डालना.
दरअसल : अगर आप कसरत के बाद बहुत थका हुआ महसूस कर रहे हैं, तो इसका मतलब आपने कसरत के दौरान शरीर पर बहुत ज्यादा दबाव डाल दिया है. अगर एक-दो दिन बाद भी थका-सा ही महसूस कर रहे हैं तो तब तक कसरत न करें, जब तक आप बिल्कुल ठीक महसूस न करें.
गलती : कसरत के दौरान सांस लेने का तरीका भूल जाना.
दरअसल : कसरत में सांस लेने का तरीका अहम पहलू है. खासतौर पर वजन कम करने की कसरत करते वक्त. कसरत में जोर लगाते समय सांस को बाहर की ओर छोड़ना चाहिए.