संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी यूएनएचसीआर का कहना है कि इस साल समंदर के रास्ते यूरोप पहुँचने वाले प्रवासियों की संख्या दस लाख पार कर गई है.
कुल 1,000,573 प्रवासियों में से 80 फ़ीसदी लोग सबसे पहले ग्रीस पहुंचे और इनमें से ज़्यादातर लोग लेसबोस द्वीप पर उतरे.
यूएनएचसीआर के मुताबिक़ 844,000 लोग तुर्की से ग्रीस पहुँचे. वहीं बाक़ी 150,000 लोगों में से अधिकतर लीबिया से नौका में सवार होकर इटली पहुंचे.
यूरोप इस समय दूसरे विश्वयुद्ध के बाद सबसे गंभीर प्रवासी संकट झेल रहा है.
अगर 2014 से अब तक यूरोप पहुँचने वाले प्रवासियों के आंकड़े पर नज़र डालें तो यह 216,000 से ज़्यादा है.
यूएनएचसीआर की वेबसाइट के मुताबिक़, "ज़्यादा से ज़्यादा प्रवासी और शरणार्थी हर हाल में यूरोप पहुँचने के लिए ऐसी नौकाओं पर सवार हो रहे हैं जिनसे उनकी जान को जोखिम हो सकता है."
वेबसाइट के मुताबिक़ इनमें ज़्यादातर वो हैं, जो अंतरराष्ट्रीय संरक्षण चाहते हैं क्योंकि वो अपने देश में जारी हिंसा, युद्ध और प्रताड़ना से बचना चाहते हैं.
यूएनएचसीआर के मुताबिक़ भूमध्यसागर पार करके यूरोप पहुंचने वालें में 49 प्रतिशत सीरिया से है, जबकि 21 प्रतिशत लोग अफ़ग़ानिस्तान से आ रहे हैं.
इस दौरान मारे गए या लापता होने वाले लोगों की संख्या 3,735 है.
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)