
रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन शारीरिक व्यायाम के लिए सुर्खियों में रहते हैं.
मीडिया में अक्सर उनकी जूडो, तैराकी, शिकार, घुड़सवारी और हैरतअंगेज़ कारनामे करने वाली तस्वीरें आती रहती हैं.

बीते जून में जब उन्हें पता चला कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी योग का जोर-शोर से प्रचार कर रहे हैं और इसे बढ़ावा देने के लिए आयुष मंत्रालय बनाया है, तो पुतिन की प्रतिक्रिया थी, "क्या मोदी खुद योग करते हैं."
हालांकि अंतरराष्ट्रीय मीडिया में इसे मोदी पर तंज के रूप में देखा गया था.

मोदी रूस की दो दिन की यात्रा पर हैं. इस दौरान दोनों नेता विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत करेंगे.

इस साल जुलाई में रूस के शहर उफ़ा में ब्रिक्स देशों के सम्मेलन में मोदी और पुतिन मिले थे.

तब पुतिन ने योग के बारे में दिलचस्पी दिखाई थी और कहा था कि वह योग सीखने की कोशिश करेंगे.

मोदी ने योग दिवस पर बीते 21 जून को दिल्ली में इंडिया गेट के सामने सामूहिक रूप से योग का अभ्यास किया था.
इसमें हज़ारों की संख्या में लोग शामिल हुए थे.
मोदी की अच्छी सेहत का अंदाज़ा इससे लगाया जा सकता है कि आम चुनाव और हाल के बिहार विधानसभा चुनाव में मोदी की तूफ़ानी रैलियों ने उनके राजनीतिक विरोधियों को भी हैरान कर दिया था.
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