वाशिंगटन : पूर्वी अफगानिस्तान में अमेरिका के एक परिवहन विमान को कथित तौर पर तालिबान ने मार गिराया जिससे इसमें सवार छह अमेरिकी सैनिकों सहित 11 लोग मारे गये. एक महत्वपूर्ण उत्तरी अफगान शहर पर कब्जे को लेकर आतंकवादियों और नाटो बलों के बीच संघर्ष बढ गया है. पेंटागन ने कहा कि वायु सेना का एक सी-130 जे विमान जलालाबाद हवाईपट्टी पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस विमान को 455वीं एयर एक्सपेडीशनरी विंग की 774वीं एक्सपेडीशनरी एयरलिफ्ट स्क्वाड्रन के काम में लगाया गया था. बयान में कहा गया कि दुर्घटना में अमेरिकी सेवा के छह सदस्य और पांच नागरिक मारे गये हैं. पेंटागन ने विमान हादसे के कारणों की तत्काल पुष्टि नहीं की है, लेकिन तालिबान ने दावा किया है कि उसने इस विमान को मार गिराया.
बयान में पेंटागन ने कहा, ‘हादसे के कारणों की अभी जांच की जा रही है. अधिक जानकारी मिलने पर इसे जारी किया जाएगा.’ तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने ट्विटर पर कहा, ‘हमारे मुजाहिदीन ने जलालाबाद में चार इंजन वाले एक अमेरिकी विमान को मार गिराया.’ तालिबान ने हमले की जिम्मेदारी ऐसे समय ली है जब उत्तरी अफगान शहर कुंदूज पर कब्जे को लेकर विद्रोहियों और नाटो बलों के बीच संघर्ष बढ गया है. नाटो समर्थित अफगान बल कुंदूज का नियंत्रण हासिल करने के लिए तालिबान से जूझ रहे हैं. विद्रोहियों ने सोमवार को इस शहर पर कब्जा कर लिया था.
महत्वपूर्ण अफगान शहर के आतंकवादियों के कब्जे में चले जाने को तालिबान के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है जो जनवरी में मुल्ला उमर की मौत की घोषणा के बाद से नेतृत्व के संकट का सामना कर रहा है. वर्ष 2001 में अमेरिका नीत हमले के बाद कुंदुज में और पास के तखार तथा बागलान प्रांतों में तालिबान की बढत अफगानिस्तान में तेजी से बढते विद्रोही प्रभाव को रेखांकित करती है. पूर्वी अफगानिस्तान का जलालाबाद पाकिस्तान की सीमा से लगता है और यहां बहुत से आतंकवादी आधारित हैं तथा यह नाटो नीत सैन्य अभियानों और हाल में हुए कई हमलों का केंद्र रहा है.
इसका हवाईअड्डा एक बडे सैन्य केंद्र के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है. दिसंबर 2012 में तालिबान के आत्मघाती हमलावरों ने हवाईअड्डे पर हमला कर कम से कम पांच लोगों को मार डाला था. उस साल हवाईअड्डे पर यह तीसरा हमला था. सी-130 हरक्यूलस मालवाहक विमान है. यह लॉकहीड मार्टिन द्वारा निर्मित है. यह चार टर्बोप्रोप इंजनों से चालित होता है तथा सेना इसे सैनिकों और भारी साजो-सामान को लाने-ले जाने के लिए बडे पैमाने पर इस्तेमाल करती है.