जमुई/खैरा/झाझा/ चंद्रमंडीह. भाकपा माओवादी संगठन द्वारा तीन दिवसीय बंदी के पहले दिन जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में असर देखा गया.इस दौरान बाजार की दुकानें पूर्ण रूप से नहीं खुली. सड़क पर भी यातायात अन्य दिनों के अपेक्षा कम रहा. खैरा प्रतिनिधि के अनुसार झारखंड राज्य के पलामू जिला में पुलिस और नक्सलियों की मुठभेड़ में मारे गये बारह नक्सली साथी के विरोध में संगठन द्वारा आहूत बंदी के पहले दिन शुक्रवार को प्रखंड के नक्सल प्रभावित दक्षिण इलाके के बड़ीबाग, गिद्धेश्वर जंगल, कुरवाटांड़, दरिमा, बजराही, एकटरवा, गोली, चननबर आदि जगहों पर यात्री वाहनों का परिचालन ठप रहा. इस कारण अपने कार्यवश आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. वहीं इन जगहों पर दुकानदारों ने अपनी-अपनी व्यवसायिक प्रतिष्ठा को भी बंद रखा. झाझा प्रतिनिधि के अनुसार भाकपा माओवादी नक्सली संगठन द्वारा आहूत तीन दिवसीय बंदी के पहले दिन प्रखंड एवं आस-पास के क्षेत्रों में आंशिक असर देखा गया. इस दौरान बाजार की सभी छोटी दुकानें पूर्ण रुप से खुली रही. सड़क पर भी अन्य दिनों की तरह यातायात सामान्य था. सभी सरकारी कार्यालय भी खुले थे एवं बैंकों का भी कामकाज अन्य दिनों की तरह संचालित होते देखा गया.चंद्रमंडीह प्रतिनिधि के अनुसार तीन दिवसीय माओवादी बंदी के पहले दिन शुक्रवार को थाना क्षेत्र के माधोपुर बाजार , बासुकीटांड़, बामदह, बिराजपुर आदि जगहों पर असर देखा गया़ इस दौरान सड़कों पर परिचालन कम देखा गया तथा बाजार की दुकानें छिटपुट रूप खुली रही.जिस कारण लोगों को कम परेशानी का सामना करना पड़ा़ बंद के दौरान पुलिस सड़कों पर गश्त लगाते देखे गये.
माओवादी बंदी का व्यापक असर
जमुई/खैरा/झाझा/ चंद्रमंडीह. भाकपा माओवादी संगठन द्वारा तीन दिवसीय बंदी के पहले दिन जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में असर देखा गया.इस दौरान बाजार की दुकानें पूर्ण रूप से नहीं खुली. सड़क पर भी यातायात अन्य दिनों के अपेक्षा कम रहा. खैरा प्रतिनिधि के अनुसार झारखंड राज्य के पलामू जिला में पुलिस और नक्सलियों की मुठभेड़ […]
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