दक्षा वैदकर
कैलिफोर्निया के सेकोया नेशनल पार्क में समय-समय पर जंगली आग फैलने की खबरें आती हैं, जिसमें सैकड़ों वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में पेड़-पौधे जल जाते हैं. हालांकि एक शोध में यह पाया गया है कि इस तरह लगने वाली आग जंगलों के बचे रहने के लिए जरूरी होती है. अब आप सोच रहे होंगे कि जंगल में लगने वाली आग, जो वहां मौजूद पेड़-पौधों को खाक कर देती है, कैसे उन्हीं के पनपने के लिए जरूरी हो सकती है? दरअसल जंगल की आग विनाशकारी होती है, लेकिन वास्तव में यह जंगल के इको सिस्टम को बनाये रखने में मददगार होती है. पेड़ों के जलने से नये पौधों के लिए जमीन तैयार होती है.
ये नये पौधे नये बीज से तब तक उत्पन्न नहीं होते हैं, जब तक उन्हें सूरज की रौश्नी नहीं मिलती है, जो जंगल के बड़े और घने वृक्षों के कारण उन तक नहीं पहुंच पाती है. इसी प्रकार के बड़े और घने वृक्ष जब आग में जल जाते हैं, तो नये पौधों के लिए यह संभव हो पाता है कि उन्हें सूरज की रोशनी मिल सके. समय-समय पर लगने वाली आग के कारण जंगल में नये और पुराने पेड़ों के बीच बेहतर संतुलन बना रहता है.
इसका सीधा-सा मतलब यह है कि व्यक्तित्व के विकास के लिए असफलताओं के अल्पांश बहुत जरूरी हैं. इससे सफलता पाने के लिए लगातार मेहनत करने की सहनशीलता का विकास होता है. इसी से उदारता और धैर्य जैसे गुण भी पनपते हैं.
अनिश्चितताओं से घिरे जीवन में व्यक्ति अपने आसपास मौजूद हर चीज को नियंत्रित नहीं कर पाता. इतना ही नहीं, उसे हर वो चीज भी प्राप्त नहीं हो पाती है, जिसे पाने के लिए जी-जान से प्रयास करता है.
सीखने के लिए सबसे जरूरी बात यही है कि व्यक्ति को जीवन में मिलने वाली हर असफलता में संभावनाओं को तलाशते हुए आगे बढ़ना चाहिए, न कि उनसे हार माननी चाहिए. याद रखें, सभी तथाकथित समस्याएं हमेशा सफल जीवन की राह में रोड़ा नहीं बनती, बल्कि वास्तव में वे अधिकाधिक संतोषप्रद और उत्कृष्ट जीवन जीने की दिशा में नींव का पत्थर साबित होती है. अपनी सफलता व असफलता दोनों के प्रति उत्तरदायी होना होगा.
बात पते की..
– असफलताओं से न केवल आप मजबूत होते हैं, बल्कि राह में आने वाली सभी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार भी होते हैं.
– अपनी परिस्थितियों के लिए दूसरों को जिम्मेदार न ठहराएं. जीवन में बदलाव लाने के लिए खुद की जवाबदेही तय करना भी सीखना होगा.