सहरसा नगर: मैट्रिक परीक्षा में कदाचार की खबरों ने देश के पटल पर बिहार के लोगों को लज्जित करने का काम किया था. वहीं सोमवार को जिले के सौरबाजार निवासी दुलार चंद साह की बेटी चंदन कुमारी ने प्रसव के एक घंटे बाद परीक्षा कक्ष में पहुंच स्थानीय लोगों को गौरव से इठलाने का मौका दिया है. आमतौर पर प्रसव के बाद मां अपने दुधमुंहे बच्चे के साथ होती है, वहीं चंदन ने शिक्षा के महत्व को समझते सीधा परीक्षा कक्ष का रुख कर लिया.
आर झा कॉलेज में हुई परीक्षा
रमेश झा महिला कॉलेज में सोमवार को हो रही पहली पाली की परीक्षा में रोल नंबर 1500101, रोल कोड 41006 की परीक्षार्थी चंदन कुमारी के जज्बे की तारीफ हो रही थी. गजाधर साह उच्च विद्यालय सौरबाजार की छात्रा चंदन कुमारी का प्रसव परीक्षा से एक घंटे पूर्व अस्पताल में हुआ था. छात्रा की मां बुलंती देवी बताती है कि प्रसव के बाद शरीर में कुछ करने की शक्ति नहीं होती है, लेकिन चंदन परीक्षा देने की जिद में चली आयी.
महिलाओं को मिलेगी प्रेरणा
बीते छह दिन पूर्व से हो रही मैट्रिक की परीक्षा में बालिका वर्ग के केंद्र पर अभिभावक कदाचार कराने में सबसे आगे रहे. इसके बाद मीडिया व सोशल मीडिया पर बिहार की लड़कियों के बौद्धिक ज्ञान को भी चुनौती दी गयी थी. सेंटर पर मौजूद लोग व वीक्षक बताते हैं कि चंदन ने अपने साहस के बूते महिलाओं को सम्मान देने का काम किया है.