जमुई : प्रखंड मुख्यालय सभागार में बुधवार को 5 दिवसीय पेयजल गुणवत्ता शिविर का आयोजन किया गया. शिविर में उपस्थित पंचायत प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता शिवशंकर दयाल ने कहा कि दूषित जल पीलिया, आर्सेनिकोसिस, फ्लोरोसिस सहित कई बीमारियों को जन्म देता है.
हर – हमेशा शुद्ध एवं स्वच्छ जल का इस्तेमाल करना चाहिए. जमुई जिले पेयजल में भी फ्लोराइड पाया जाता है. आर्सेनिकोसिस रोग में कोहड़ा, प्याज, आम, अदरख ,पपीता, गाजर, लहसुन व शकरकंद लाभदायक है.
फ्लोरोसिस रोग की वजह से हाथ व पांव की हड्डियां टेढ़ी हो जाती है और दांतों में पीले व भूरे धब्बें पड़ने लगते हैं. इन सबसे बचाव के लिए शुद्ध एवं स्वच्छ जल का सदैव इस्तेमाल करना चाहिए. मौके पर रसायनज्ञ संजय कुमार द्वारा प्रोजेक्टर के माध्यम से दूषित जल से होनेवाली बीमारियों व शुद्ध जल के लाभ के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया. इस अवसर पर उप प्रमुख तारा देवी ,काकन मुखिया वासुदेव मांझी ,पंचायत समिति सदस्य मो. आलमगीर ,अशोक साह ,राम मांझी समेत दर्जनों वार्ड सदस्य मौजूद थे.
* जल व स्वच्छता समिति की बैठक
जमुई : उप विकास आयुक्त देवेंद्र कुमार सविता द्वारा बुधवार को विकास भवन स्थित कार्यालय कक्ष में जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक आयोजित की गयी. बैठक में समेकित कार्ययोजना के तहत निर्मित हो रहे शौचालय की राशि 4600 रुपये से बढ़ाकर 5100 रुपया करने का निर्णय लिया गया.
इसके अलावे बेहतर तरीके से शौचालय निर्माण योजना को लागू करने के लिए जिले के सभी पंचायत प्रतिनिधियों को यथाशीघ्र प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया गया और खैरा प्रखंड समन्वयक शमी कुमार, लक्ष्मीपुर प्रखंड समन्वयक व गिद्धौर प्रखंड समन्वयक शक्ति सूरज शर्मा की संविदा की अवधि विस्तार करने का भी निर्णय लिया गया.
मौके पर जिला जल एवं स्वच्छता समिति के सचिव सह पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता शिवशंकर दयाल, जिला शिक्षा पदाधिकारी वशिष्ट नारायण झा, जिला कल्याण पदाधिकारी अरुण कुमार सिन्हा, जिला समन्वयक सुधीर कुमार, सहायक अभियंता बिरेंद्र प्रसाद मेहरा व श्रीनिवास सिंह समेत सभी प्रखंड समन्वयक मौजूद थे.