रांची: राज्य में साढ़े सात लाख डुप्लीकेट मतदाता होने का अनुमान निर्वाचन आयोग को है. करीब 10.46 लाख मतदाता सूची में गड़बड़ी की सूचना है. इसे दूर करने का आदेश राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी पीके जाजोरिया ने सभी जिला अधिकारियों को दिया है. सोमवार को पत्रकार वार्ता में श्री जाजोरिया ने कहा कि हर साल एक जनवरी से मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण करने का प्रावधान है. हाल में राज्य में चुनाव होने कारण यहां देर से यह काम हो रहा है. इस वर्ष 19 जनवरी से 19 मार्च तक मतदाता सूची के पुनरीक्षण का काम होगा.
राज्य के सभी जिला अधिकारियों को पूरे कार्यक्रम से अवगत कराया गया है. 18 फरवरी तक आवेदन पर आपत्ति मांगी जायेगी. 29 जनवरी व पांच फरवरी को सभी पंचायतों की ग्राम सभा, वार्ड, नगर निकायों के कार्यालयों में मतदाता सूची पढ़ कर सुनायी जायेगी. 25 जनवरी, एक और आठ फरवरी को आपत्ति ली जा सकेगी. नौ मार्च को आपत्तियों का निष्पादन होगा. 10 दिनों के बाद 19 मार्च को अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन होगा. श्री जाजोरिया ने बताया कि मतदाता पुनरीक्षण के दौरान वोटर कार्ड की गड़बड़ियों को भी दूर किया जायेगा. सभी बीएलओ को वोटर स्लिप दिया गया है. वह घर-घर जाकर वोटर स्लिप देंगे. इसमें मतदाता अपनी विस्तृत जानकारी देंगे. इसमें आधार कार्ड का नंबर भी देना है. जिस मकान में कोई नहीं मिलेगा, वहां बीएलओ स्टिकर चिपका देंगे. उसमें बीएलओ का नाम, फोन नंबर होगा. इस पर संपर्क कर मतदाता वोटर लिस्ट संबंधी काम करवा सकते हैं.
हर माह अलग थीम
चुनाव आयोग ने इस बार पूरे साल मतदाता का नाम जोड़ने के लिए अलग-अलग थीम पर काम करने का निर्णय लिया है. जनवरी माह में यूथ, फरवरी-मार्च में मजदूर, जून-जुलाई में सर्विस पर्सन, अगस्त- सितंबर में स्कूली विद्यार्थी, अक्तूबर से दिसंबर तक नि:शक्त व ट्रांस जेंडर का नाम जोड़ने का अभियान चलेगा.
21 को दलों के साथ बैठक
मतदाता सूची विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण-2015 के लिए 21 जनवरी को अपराह्न् चार बजे से राजनीतिक दलों के साथ रांची के उपायुक्त बैठक करेंगे.