इटखोरी : टोनाटांड़ पंचायत का पृथ्वीपुर गांव विकास से कोसों दूर है. चारों तरफ जंगलों से घिरे इस गांव में भुइयां जाति के दस तथा मुसलिम समुदाय के दस घर हैं. पृथ्वीपुर गांव पूरी तरह से टापू बना हुआ है. गांव के लोग सरकारी सुविधा से वंचित हैं. सड़क, पानी, बिजली का घोर अभाव है. अभी तक इन्हें पक्का मकान नहीं मिला है.
टूटे-फूटे झोपड़ी में रहने को विवश हैं. गांव की वृद्ध महिला फुलिया देवी ने कहा कि मैं टूटे झोपड़ी में रहती हूं, इसी झोपड़ी में अपने परिवार के छह सदस्य एक साथ रहते हैं. एक ही कमरा में सास, ससुर, पुत्र, पुत्रवधु व दो पुत्री रहते हैं. उसने बताया कि नौ माह से खाद्यान्न भी नहीं मिला है. गुड़िया देवी, रिंकू देवी व प्रमिला देवी ने कहा कि इंदिरा आवास के नाम पर घूस मांगा जाता है. इसलिए हमलोगों को अब तक इंदिरा आवास नहीं मिला है. दलित जाति के बच्चे शिक्षा के लाभ से वंचित हैं.
सड़क और बिजली तो सपना बना हुआ है. पगडंडियों के सहारे गांव पहुंचना पड़ता है. बरसात के दिनों में घर से निकलना मुश्किल हो जाता है. क ई लोगों को वृद्धा पेंशन नहीं मिलता है. रोजगार के तलाश में पुरुष अन्यत्र पलायन कर चुके हैं. प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधि व पंचायत प्रतिनिधि भी ग्रामीणों की समस्या से अनभिज्ञ हैं.
– विजय शर्मा –