आसनसोल: इंटक से संबद्ध कोलियरी मजदूर यूनियन (सीएमयू) के अध्यक्ष व झारखंड के कांग्रेस विधायक दल के नेता राजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि कोल इंडिया में सोमवार को विनिवेश के मुद्दे पर कोलकाता में पांच केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की बैठक होगी.
पूर्व वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी के कार्यकाल में कोल इंडिया में 10 प्रतिशत विनिवेश को मंजूरी मिली थी. लेकिन पुन: विनिवेश को बढ़ावा दिया जा रहा है. इंटक इसका जोरदार विरोध करेगी. श्रमिक हितों की अनदेखी को बरदाश्त नहीं किया जायेगा.
इंटक के राष्ट्रीय महामंत्री श्री सिंह ने कहा कि कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल को संगठन की ओर से आपत्ति जतायी जा चुकी है. राष्ट्रीय कोयला वेतन समझौता- नौ में कई विसंगतिया व खामियां है. पहले इसे दूर करना होगा. उषाग्राम के गुजरात भवन में आयोजित यूनियन की नयी कार्यकारिणी समिति की पहली बैठक को श्री सिंह संबोधित करने के बाद संवाददाताओं से बात कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि परिस्थिति के मुताबिक यूनियन के शीर्ष नेताओं के साथ बातचीत में कोई अंतिम निर्णय लिया जायेगा. क्योंकि इस बैठक में छह से सात सौ ट्रेड यूनियन नेताओं के उपस्थित होने की संभावना है. प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह, यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के समक्ष भी कोल इंडिया में विनिवेश के मुद्दे पर यूनियन अपना पक्ष रखेगी.
समिति की बैठक में उन्होंने कहा कि यूनियन ने कोल इंडिया में अधिकारियों व कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने की मांग की गयी थी, ताकि वर्तमान अधिकारियों व कर्मियों पर कार्य का बोझ कम हो और नये रोजगार सृजन हो. 2950 अधिकारियों की बहाली हो रही है. 3600 डिप्लोमा धारी आइटीआइ की नयी बहाली हुई है. इसमें और नयी नौकरियां जुड़ेगी. सीआइएल को सेल की तरह तकनीक से लैस करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.
उन्होंने कहा कि 50 हजार कर्मी मेडिकल अनफिट है. उन्हें काम पर सुचारू रूप से कैसे रखा जाये, इस पर पहल बन रही है. उन्होंने कहा कि ट्रेड यूनियन की लंबे समय से मांग थी कि मृत श्रमिक की विधवा को मिलने वाली पेंशन राशि बढ़ायी जाये. इस बार पेंशन राशि को छह हजार रुपये से करीब ढाई गुणा यानी 15 हजार 795 रुपये किया गया है. ट्रेड यूनियन की उपलब्धियों का एरिया अध्यक्षों व सचिवों को अपने- अपने क्षेत्रों में प्रचार करना होगा. उन्होंने कहा कि ठेका कर्मियों को कैटगरी- वन का वेज देना होगा. इसीएल के सभी कोलियरियों में इसकी मान्यता देनी होगी. सांकतोड़िया के समक्ष 10 जुलाई को होनी वाली प्रदर्शन को रथ यात्र के कारण स्थगित कर दिया गया है. बाद में इसकी तिथि तय की जायेगी.
मौके पर महासचिव चंडी बनर्जी, कार्यकारी अध्यक्ष पजय मसीह, आरपी शर्मा, उपाध्यक्ष अमर सिंह, बीएन पांडे, संयुक्त महासचिव देवाशीष राय चौधरी, सुनील कर्मकार, प्रभात गोस्वामी, सचिव कैतकी बनर्जी, कोषाध्यक्ष तरूण गांगुली, संगठन सचिव बादल मिश्र, संयुक्त सचिव स्वाधीन जस आदि मौजूद थे. सम्मेलन में कार्यकारिणी समिति के 133 सदस्य उपस्थित थे.