आसनसोल : प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव व वर्दवान जिला (शिल्पांचल) में पंचायत चुनाव के पार्टी पर्यवेक्षक मनोज पांडे ने कहा कि राज्य में पहली बार विषम परिस्थिति व संवैधानिक संकट के बीच पंचायत चुनाव हो रहा है. राज्य चुनाव आयोग व राज्य सरकार के बीच तालमेल नहीं है. यह लोकतंत्र के लिए उचित नहीं है.
कलकत्ता हाई कोर्ट में इससे संबंधित मामला विचाराधीन होने के कारण कोर्ट का सम्मान करते हुए इस मामले में ज्यादा कुछ बोलना उचित नहीं समझते. सोमवार को राहा लेन मोड़ के निकट कांग्रेस कार्यालय में स्थानीय नेताओं व कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. मौके पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्य रणबीर सिंह उर्फ जीतू, जिला सचिव शाहिद परवेज, पूर्व पार्षद शंभू गुप्ता, वीरेंद्र गुप्ता, बैजनाथ बनर्जी, मामून रशीद, कन्हैया प्रसाद आदि मौजूद थे.
उन्होंने कहा कि राज्य के नौ जिलों में 10 हजार सीटों पर तृणमूल व वाममोरचा ने निर्विरोध जीत दर्ज कर ली है. 2003 व 2008 के पंचायत चुनाव में लाल झंडा (वाममोरचा) ने जो किया है. इसकी पुनरावृत्ति 2013 में जोड़ा फूल झंडा (तृणमूल) कर रही है. वर्तमान राज्य सरकार धृतराष्ट्र की तरह चल रही है. उन्होंने कहा कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी यूपीए सरकार में रेल मंत्री रहते कैबिनेट मीटिंग में पेट्रोलियम पदार्थ की कीमत वृद्धि के समर्थन में हस्ताक्षर करती थी और कोलकाता मूल्य वृद्धि के विरोध में जुलूस निकालती थी. बुधवार से जिला के ब्लॉक स्तर पर पंचायत चुनाव की तैयारियों को लेकर ब्लॉक कमेटी के अध्यक्ष, पदाधिकारियों व प्रत्याशियों के साथ बैठ कर रणनीति तय की जायेगी.