पटना: कदमकुआं थाने के नाला रोड स्थित मुख्तार गली में दिनदहाड़े युवक सिकंदर उर्फ अभिराज (निवासी दरियापुर) ने एक छात्र से छेड़खानी की और विरोध करने पर उसके रिश्ते में मामा रवि कुमार (निवासी डोमन भगत लेन) पर चाकू से ताबड़तोड़ प्रहार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया.
इस दौरान छात्रा बचाने की गुहार लगाती रही, लेकिन मुहल्ले के किसी व्यक्ति ने सिकंदर को पकड़ने की हिम्मत नहीं जुटायी. मामा को घायल करने के बाद वह हत्या की नीयत से छात्रा के पीछे चाकू लेकर दौड़ा. चूंकि घटनास्थल छात्रा के घर से चंद कदम की दूरी पर था, इसलिए वह भागती हुई घर में घुस गयी और उसने अंदर से गेट बंद कर जान बचायी. इसके बाद सिकंदर ने चाकू को उसी गली में फेंक वहां से पैदल ही भाग निकला.
दो घंटे के बाद पहुंची पुलिस : घटना के बाद छात्रा ने अपने मोबाइल फोन से कदमकुआं पुलिस को घटना की जानकारी दी, लेकिन दो घंटे तक पुलिस नहीं पहुंची थी. इसके बाद भी वहां चाकू जस-का-तस पड़ा था. छात्र के अनुसार यह घटना सुबह 11.15 बजे हुई, लेकिन डेढ़ बजे तक पुलिस मुहल्ले में नहीं पहुंची थी और न ही चाकू को बरामद कर आगे की कार्रवाई की. यही नहीं छात्रा से भी इसकी जानकारी लेने की भी पुलिस ने जहमत नहीं उठायी.
आदेश आया, तो होने लगी कार्रवाई : एसएसपी जितेंद्र राणा को जब इस घटना की जानकारी मिली, तो उन्होंने तुरंत ही कदमकुआं थानाध्यक्ष बी के मेधावी को कार्रवाई का निर्देश दिया, तो पुलिस हरकत में आयी और सिकंदर उर्फ अभिराज के घर पर छापेमारी की, लेकिन वह फरार था. एसएसपी ने बताया कि आरोपित की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. इस मामले में पुलिस द्वारा किसी प्रकार की लापरवाही या कोताही की जायेगी, तो उन पर भी कार्रवाई की जायेगी.
कोचिंग से ही लगा था पीछे
सिकंदर हमेशा छात्रा को परेशान करता था. गुरुवार को भी वह नाला रोड स्थित कोचिंग गयी, तो उसके पीछे-पीछे सिकंदर भी पहुंच गया. छात्रा ने उसे जब कोचिंग के अंदर देखा, तो वह अपने क्लास रूम में ही रूक गयी और अपनी मां को जानकारी दी. उसकी मां ने अपने मुंह बोले भाई रवि को फोन कर छात्रा को कोचिंग से घर लाने का आग्रह किया. रवि कोचिंग में पहुंचा और उसे अपने साथ लेकर वापस लौट रहा था. वे लोग जैसे ही मुख्तार गली स्थित आवास के पास पहुंचे, वैसे ही सिकंदर ने छेड़खानी की. रवि ने जब विरोध किया, तो उस पर तीन बार पेट, हाथ व गरदन के समीप चाकू से प्रहार किया. रवि जब गंभीर रूप से घायल हो गया, तो वह चाकू लेकर छात्रा की ओर दौड़ा, लेकिन छात्र वहां से बचाओ-बचाओ का शोर मचाते हुए अपने घर की ओर भागने लगी. यह संयोग रहा कि हमलावर के पहुंचने से पहले छात्र गेट के अंदर घुस गयी थी.
चार साल से कर रहा था छेड़खानी
सिकंदर की उम्र 28 साल है, जबकि छात्र उससे दस साल छोटी है. इसके बावजूद वह चार साल से उससे छेड़खानी करता रहा है. उसकी दोस्ती मुहल्ले के कुछ युवकों से है, जिसकी शह पर वह मुहल्ले में आता था और स्कूल व उसके बाद कॉलेज जाने के क्रम में छेड़खानी करता रहा है. छात्र की मां का कहना है कि उसकी दोस्ती मुहल्ले के अंशु, ऋषभ, सन्नी, रिशु, अभिषेक, सोनू व मोनू के साथ है और वह उन लोगों की शह पर लगातार छेड़खानी करता रहा है. मुहल्ले में उन लोगों के खौफ के कारण कोई भी उन लोगों को टोकता तक नहीं है. उन्होंने बताया कि उसकी हरकतों से डर कर बेटी को इंटर के बाद घर से निकलना बंद कर दिया और पढ़ाई-लिखाई छुड़वा दी. कुछ दिन पहले ही छात्र को फिर से एडमिशन कराने के बाद कोचिंग करने के लिए भेजना शुरू किया था. लेकिन फिर से वह इसी तरह की हरकत करनी शुरू कर दी.
तेजाब फेंकने का भी कर चुका है प्रयास
परिजनों के अनुसार आरोपित सिकंदर ने इसके पूर्व भी उक्त छात्र पर जानलेवा हमला करने का प्रयास किया था. छात्र की मां ने बताया कि आरोपित ने तेजाब फेंक कर चेहरा जलाने का षडयंत्र रचा था, लेकिन उसे तेजाब लेकर आता देख छात्र वहां से तुरंत ही निकल गयी थी, वरना अनहोनी होने से इनकार नहीं किया जा सकता था. छात्र की मां ने बताया कि पिछले साल 21 जनवरी को उसके खिलाफ कदमकुआं थाने में लिखित शिकायत की गयी थी. पुलिस ने उसे पकड़ा भी, लेकिन फिर छोड़ दिया. इसके बाद उसने 28 अक्तूबर को चेहरा पर तेजाब फेंकने का प्रयास किया था. इसकी जानकारी भी पुलिस को दी गयी थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई.