रांची:भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने कहा है कि विद्यापति भारत के सांस्कृतिक क्षितिज में ऐसे उभरे कि वह आज भी शोभायमान हैं. विद्यापति के कारण मैथिल परंपरा, संस्कृति पूरे विश्व में फैल गयी है. इस तरह के कार्यक्रम से एक पीढ़ी, दूसरे पीढ़ी को अपनी संस्कृति से अवगत कराता है.
उक्त बातें उन्होंने सोमवार को मैथिली मंच द्वारा आयोजित विद्यापति स्मृति पर्व के समापन कार्यक्रम में कही. श्री दास ने कहा कि मैथिली को द्वितीय राजभाषा का दरजा मिलना चाहिए. भाषा जोड़ने का काम करता है तोड़ने का नहीं. यह भाजपा का सोच है. राज्य को बचाने के लिए उन्होंने भाजपा को स्पष्ट बहुमत देकर राज्य में सरकार बनाने की बात कही.
इस अवसर पर नगर निगम सीइओ मनोज कुमार, संजय सेठ, पार्षद अरुण झा, मंच के अध्यक्ष काशीनाथ झा, कृष्ण कुमार झा, प्रेमचंद झा, अमरनाथ झा, जयंत झा, सुमन ठाकुर, सतीश झा व अन्य लोग उपस्थित थे. बारिश के बावजूद कार्यक्रम में लोग डटे रहे. इससे पहले अतिथियों का मैथिली संस्कृति के अनुसार पाग, दोपटा देकर स्वागत किया गया.
सांस्कृतिक कार्यक्रम
गायिका कविता झा ने जय-जय भैरवी असुर भयावनी.., प्रीतम गेलेन मोर परदेश.., रूसल पिया के हम कोना मनायब.. गीत पेश किया. वहीं रंजना झा ने ‘पूंज भवन स निकसली रे.. हर-हर गंगे, शिव-शिव गंगे.. गीत गाये. अमर आनंद ने ‘नयना जल बइया ई कटारी.. और दुमका में झुमका हेरोलेन.. गीत गाये. डॉ जयप्रकाश चौधरी ने हास्य व्यंग्य से लोगों को लोटपोट कर दिया. कवि मणिकांत झा ने कविता प्रस्तुत की, कहा बाबू के दुलारू अहां बड़का भइया यौ हमरा एकटा लैपटॉप किन दियौ, इंटरनेट अपडेट करा क.., विपिन कुमार मिश्र ने भी गीत प्रस्तुत किया.
आनंद मेले का लुत्फ उठाया
मेला में मिथिला का पारंपरिक व्यंजन मछली-भात, पान, मखान, मैथिली पेंटिंग, कोहबर, ऑडियो-विडियो सीडी सहित अन्य सामाग्रियों का लोगों ने खरीदारी की.