भारत और इंग्लैंड के बीच सोमवार से पांच एकदिवसीय क्रिकेट मैचों की सिरीज़ शुरू होने जा रही है.
सिरीज़ का पहला मैच ब्रिस्टल में खेला जाएगा. इससे पहले इंग्लैंड ने पांच टेस्ट मैचों की सिरीज़ में भारत को 3-1 से शिकस्त दी थी.
एकदिवसीय सिरीज़ से पहले भारत को मिडिलसेक्स के ख़िलाफ अभ्यास मैच खेलने का अवसर भी मिला जिसमें टीम इंडिया अपने गेंदबाज़ों के दम पर 95 रन से जीत हासिल करने में कामयाब भी रही.
इस मैच में विराट कोहली के बल्ले से 71 रन निकले और अंबाती रायडू ने 72 रन बनाए.
भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज़ आकाश चोपड़ा का मानना है कि इस जीत से टीम का मनोबल बढ़ेगा.
भारतीय बल्लेबाज़ी
वह कहते हैं, "आख़िरी तीन टेस्ट में हार के बाद यह जीत डूबते को तिनके के सहारे की तरह मिली है. हालांकि भारतीय टीम पूरे 50 ओवर भी नहीं खेल सकी जो चिंता का विषय है. लेकिन इस जीत से थोड़ा मनोबल ज़रूर बढ़ा होगा."
एकदिवसीय सिरीज़ को लेकर चोपड़ा का कहना है कि सिरीज़ अच्छी होनी चाहिए लेकिन भारतीय बल्लेबाज़ संघर्ष कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, "एकदिवसीय सिरीज़ में अधिकांश वही खिलाड़ी हैं जो टेस्ट सिरीज़ में खेले थे. जैसे रोहित शर्मा, शिखर धवन, विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे. वनडे टीम की शीर्ष छह बल्लेबाज़ों में से चार तो ये ही हैं."
चोपड़ा ने कहा, "इनमें से केवल रहाणे ने ही थोड़ी बहुत चमक टेस्ट सिरीज़ में दिखाई है लेकिन बाक़ी का बल्ला ख़ामोश रहा. अगर आगे भी ऐसा ही रहा तो मुश्किल होगी."
अब अगर भारत और इंग्लैंड के बीच अभी तक खेले गए एकदिवसीय मैचों पर नज़र डालें तो दोनों टीमों के बीच 87 एकदिवसीय मैच खेले गए हैं.
धोनी की कप्तानी
इनमें से भारत ने 47 और इंग्लैंड ने 35 मैच जीते है. दो मैच टाई रहे हैं और तीन में कोई परिणाम नहीं निकला.
वैसे इंग्लैंड ने अपनी ज़मीन पर खेले गए 35 मैचों में से 19 पर जीत हासिल की है और 15 हारे हैं.
लेकिन महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने आज तक इंग्लैंड में कभी भी द्विपक्षीय सिरीज़ नहीं जीती है.
पिछली बार भारत पांच मैचों की सिरीज़ 0-3 से हारा था.
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