उत्तरी इराक़ में कुर्द लड़ाके अमरीकी हवाई हमलों की मदद से मोसूल बांध पर नियंत्रण करने का प्रयास कर रहे हैं.
इराक़ की इस सबसे बड़ी जल परियोजना पर इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों ने क़ब्ज़ा कर रखा है.
अमरीकी अधिकारियों के मुताबिक़ शनिवार सुबह एफ़-18 और ड्रोन विमानों ने चरमपंथियों पर हवाई हमले किए.
मोसूल से सूत्रों ने बीबीसी को बताया है कि इस हमले में इस्लामिक स्टेट के कम से कम 11 लड़ाके मारे गए हैं.
इस्लामिक स्टेट पर ग़ैर मुस्लिमों का नरसंहार करने के नए आरोप लगे हैं.
यज़ीदियों की हत्या
शुक्रवार को कावजू गाँव में कम से कम 80 यज़ीदी पुरुषों की हत्या कर दी गई और बच्चों और महिलाओं को अग़वा कर लिया गया.
रिपोर्टों के मुताबिक़ इस्लाम स्वीकार न करने के बाद पुरुषों की हत्या कर दी गई.
इस हत्याकांड के बाद हुए अमरीकी हवाई हमलों में इस्लामिक स्टेट के दो हथियारबंद वाहनों को निशाना बनाया गया.
इसी बीच पश्चिमी देशों ने इराक़ के लिए मदद बढ़ा दी है. जर्मनी के विदेश मंत्री भी इराक़ के दौरे पर हैं.
अमरीकी अधिकारियों ने टीवी चैनल एनबीसी न्यूज़ को बताया है कि मोसूल बांध के नज़दीक हमले करने का फ़ैसला ख़ुफ़िया रिपोर्टों के बाद लिया गया है. इन रिपोर्टों के मुताबिक़ अभी जेहादी बांध को उड़ा देने की स्थिति में नहीं हैं.
कुर्द कमांडर मेजर जनरल अब्दुल रहमान कोरिनी ने समाचार एजेंसी एएफ़पी को बताया है कि पेशमर्ग लड़ाकों ने बांध के पूर्वी हिस्से पर नियंत्रण कर लिया है और वे आगे बढ़ रहे हैं.
सुन्नी जेहादियों ने सात अगस्त को इस बांध पर क़ब्ज़ा कर लिया था.
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