नयी दिल्ली: सूचना, संचार और खबरों की दुनिया काफी बड़ी है. हालिया दिनों में इसका काफी विस्तार हुआ है. हर इंसान चाहता है कि वो बाकी दुनिया में घटित होने वाली विभिन्न घटनाओं से अपडेट होता रहे. इसके लिए वो समाचार पत्र, रेडियो और समाचार चैनलों पर निर्भर करता है. जाहिर है तो फिर इस क्षेत्र में पेशेवरों की मांग बढ़ जाती है. पत्रकारों के तौर पर…
काफी समय पहले से ही मीडिया के क्षेत्र में करियर की असीमित संभावनाएं रही हैं लेकिन हालिया दिनों में इसका विस्तार हुआ है. पत्रकारिता के क्षेत्र में मिलने वाली नई चुनौतियों, हर दिन कुछ नया करने की संभावना और कुछ मात्रा में ग्लैमर्स छवि के कारण युवाओं की दिलचस्पी रहती है. रिपोर्टर, कंटेंट एडिटर, कंटेंट राइटर, न्यूज रीडर, कैमरा जर्नलिस्ट आदि के तौर पर यहां करियर के कई विकल्प मिलते हैं. हालांकि युवाओं को समझ नहीं आता कि इसके लिए क्या किया जाना चाहिए.
मीडिया में करियर बनाने के लिए किसी भी शख्स में इन कुछ जरूरी योग्यताओं का होना जरूरी होता है.
भाषा- जो भी पत्रकारिता में करियर बनाने चाहते हैं उनकी एक से ज्यादा भाषाओं पर अच्छी पकड़ होनी चाहिए. इसके लिए प्राथमिक तौर पर दो भाषाएं हिन्दी और अंग्रेजी की अच्छी जानकारी होनी चाहिए. इसके अलावा यदि कोई क्षेत्रीय भाषाएं भी जानता है तो फायदेमंद साबित होगा. शख्स के पास हिन्दी-अंग्रेजी में अच्छी लेखन क्षमता के साथ-साथ अनुवाद की समझ भी होनी चाहिए.
सामान्य ज्ञान- जो भी पत्रकार बनना चाहता है उनके पास कमोबेश हर विषय की मूलभूत जानकारी होनी चाहिए और रुचि के हिसाब से किसी एक विषयक्षेत्र में मजबूत पकड़ होनी चाहिए. शुरुआती दिनों में किसी पत्रकार को हर क्षेत्र यानी राजनीति, खेल, क्राइम, साइंस-टेक्नोलॉजी, मनोरंजन, आदि विषयों पर काम करना होता है. बीतते समय के साथ किसी एक विषय पर उसकी समझ को परखा जाता है. इसलिए आपको अपनी रूचि के मुताबिक किसी एक विषय में मजबूत पकड़ होनी चाहिए.
लिखने-बोलने की क्षमता- आपके पास किसी विषय पर रोचक तरीके से लिखने की क्षमता का होना अनिवार्य है. केवल लिखना ही काफी नहीं है बल्कि आपको न्यूज, फीचर, लेख आदि की समझ भी होनी चाहिए. सरल भाषा में कठिन से कठिन बात को रोचक तरीके से पेश करने की क्षमता आपको खास बना देती है. आपको मीडिया में रिपोर्टर, न्यूज रीडर या एंकर के तौर पर काम करने भी जरूरत पड़ सकती है. इसलिए सही उच्चारण के साथ बोलने की क्षमता भी विकसित करनी चाहिए.
तकनीक की जानकारी- केवल लिखना, बोलना या जानकारी ही मायने नहीं रखती बल्कि आपको तकनीक की भी अच्छी जानकारी होनी चाहिए. कंप्यूटर की बेसिक जानकारी होनी चाहिए, साथ ही टाइपिंग आनी चाहिए हिन्दी और इंग्लिश में. इन सबके साथ यदि आपको फोटोशॉप, फोटोग्राफी और वीडियो एडिटिंग आती तो संभावनाएं कई गुणा ज्यादा बढ़ जाती है. फोटोग्राफी, जर्नलिज्म की अनिवार्य शर्त है.
कैसे और कहां मिलता है करियर बनाने का मौका…
जर्नलिज्म में करियर बनाने के लिए सबसे पहले आपको मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई करनी होती है. मास कम्युनिकेशन में कई सारे डिग्री और डिप्लोमा कोर्स उपलब्ध हैं. आप बैचलर इन मास कम्युनिकेशन, मास्टर्स इन मास कम्युनिकेशन, डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन जैसे कोर्स कर सकते हैं. इन कोर्सेज में आप बारहवीं के बाद दाखिला ले सकते हैं. पढ़ाई पूरी करने के बाद समाचार एजेंसियां आपको प्लेसमेंट के जरिए जॉब ऑफर करती है. यही नहीं, आप फ्रीलांस राइटर के तौर पर भी काम कर सकते हैं.
किन संस्थानों में लें दाखिला…
मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई के लिए वैसे तो देश भर में कई सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और निजी मीडिया स्टडी संस्थान मौजूद हैं लेकिन बढ़िया पढ़ाई और करियर विकल्प के लिए आप इन संस्थानों का चयन कर सकते हैं…
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन (IIMC)- ये भारत का शीर्ष पत्रकारिता संस्थान है. दिल्ली में स्थित इस संस्थान में प्रवेश परीक्षा के माध्यम से दाखिला मिलता है. तीन स्तरों पर होने वाली इस प्रवेश परीक्षा में लिखित परीक्षा, व्यक्तिगत साक्षात्कार और ग्रुप डिस्कशन शामिल है. आईआईएमसी मेें चार कोर्स चलते हैं. हिन्दी पत्रकारिता, इंग्लिश पत्रकारिता, रेडियो और टेलीविजन पत्रकारिता और विज्ञापन एवं पब्लिक रिलेशन के कोर्स संचालित किए जाते हैं. ये सभी एकवर्षीय डिप्लोमा कोर्स हैं.
जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी- नयी दिल्ली स्थित ये विश्वविद्यालय मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई के लिए उल्लेखनीय है. यहां से आप पत्रकारिता में स्नातक, मास्टर्स और डिप्लोमा की पढ़ाई कर सकते हैं. पत्रकारिता के सभी विभागों की पढ़ाई यहां होती है.
माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय- भोपाल स्थित ये विश्वविद्यालय पूरी तरह से जर्नलिज्म की पढ़ाई को समर्पित है. यहां भी प्रवेश परीक्षा के माध्यम से प्रवेश मिलता है. प्रवेश परीक्षा का आयोजन हर साल मई महीने में किया जाता है. यहां से आप बैचलर इन मास कॉम, मास्टर्स इन मास कॉम जैसे कोर्स कर सकते हैं. पढ़ाई के बाद आपको यहां से विभिन्न समाचार चैनलों में काम करने का मौका मिलता है.
बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी- उत्तर भारत के छात्रों के लिए बीएचयू का मास कॉम विभाग उल्लेखनीय है. यहां से भी आप जर्नलिज्म में बैचलर तथा मास्टर्स की पढ़ाई कर सकते हैं.