विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सभी स्वस्थ समलैंगिक पुरुषों से अपील की है कि वो एड्स से जुड़ी एंटीरेट्रोवायरल दवाएं लें ताकि एड्स को बढ़ने से रोका जा सके.
संगठन का कहना है कि ऐसा करने से अगले दस वर्षों में एड्स के कम से कम दस लाख मामले रोके जा सकेंगे.
अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि पूरी दुनिया में समलैंगिकों में एचआईवी फैलने की आशंका सबसे अधिक रहती है.
हालांकि कार्यकर्ताओं का कहना है कि ऐसा करने पर कंडोम का इस्तेमाल कम हो सकता है जो असल में एड्स वायरस रोकने का सबसे अच्छा तरीका है.
डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार जो पुरुष अन्य पुरुषों के साथ सेक्स करते हैं उनमें एड्स होने की संभावना आम लोगों की तुलना में 19 प्रतिशत अधिक होती है.
स्वास्थ्य मामलों के विशेषज्ञ मानते हैं कि सेक्स करने वाले सभी समलैंगिक पुरुष अगर कंडोम इस्तेमाल के साथ साथ ये दवाएं भी लें तो एड्स पर रोकथाम में बड़ी सफलता मिलेगी.
शोध के अनुसार जिन लोगों में वायरस फैलने की संभावना अधिक होती है वो अगर स्वस्थ होते हुए भी दवाईयां लेते हैं तो उनमें एचआईवी होने की संभवाना 92 प्रतिशत कम हो जाती है. विशेषज्ञ कहते हैं कि इन दवाओं से पूरी दुनिया में नए मामलों के आने में 25 प्रतिशत की कमी हो सकती है.
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