इराक़ी सरकार ने दावा किया है कि उत्तरी शहर तिकरीत में सेना ने आईएसआईएस को पीछे खदेड़ दिया है.
सरकारी टीवी चैनल की एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि सेना ने तिकरित में गवर्नर निवास पर नियंत्रण कर लिया है और आईएसआईएस के 60 लड़ाके मारे गए हैं.
इस्लामिक स्टेट इन इराक़ एंड अल शाम यानी आईएसआईएस के एक प्रवक्ता ने भारी हिंसा की पुष्टि करते हुए कहा है कि सेना का हमला नाक़ाम हुआ है और वो हमले के बाद के हालात का आँकलन कर रहे हैं.
सुन्नी जेहादियों ने उत्तरी और पश्चिमी इराक़ के बड़े हिस्सों पर क़ब्ज़ा कर लिया है. दूसरे सबसे बड़े शहर मोसूल पर क़ब्ज़े के बाद जेहादियों ने तेज़ी से क़ामयाबियाँ हासिल की थीं.
सरकारी टीवी की रिपोर्ट में कहा गया कि शनिवार को विमानों और टैंकों की मदद से हज़ारों इराक़ी सैनिकों ने तिकरित पर चार दिशाओं से हमला किया.
कमांडर भी मारे गए
सरकार ने तिकरित शहर पर फिर से नियंत्रण स्थापित करने का दावा करते हुए कहा है कि आईएसआईस के जेहादी भाग गए हैं और मारे गए 60 जेहादियों में कई कमांडर भी शामिल हैं.
आईएसआईएस के जेहादियों ने 11 जून को तिकरित पर क़ब्ज़ा कर लिया था.
उत्तरी इराक़ में मौजूद बीबीसी संवाददाता जिम म्योर के मुताबिक सेना अब टाइगरिस नदी के किनारे बसे दूसरे महत्वपूर्ण शहर समारा पर बड़े हमले की तैयारी कर रही है.
सरकारी टीवी पर कहा गया है कि सेना मोसूल की ओर बढ़ने की तैयारी कर रही है.
इराक़ी सेनाओं के साथ समर्थक सुन्नी क़बाइली मिलिशिया और शिया मिलिशिया भी शामिल हैं.
शुक्रवार को हेलिकॉप्टरों के ज़रिए किए गए एक ऑपरेशन में सैनिकों ने तिकरित के कुछ हिस्सों पर नियंत्रण स्थापित कर लिया था.
भागो या मरो
इराक़ी सेना के प्रवक्ता लैफ़्टिनेंट जनरल सबाह फ़तलावी ने जेहादियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि अब उनके पास दो ही विकल्प हैं- या भाग जाएं या मारे जाएं.
तिकरिक के एक निवासी यूसेफ़ ने बीबीसी को बताया कि शहर के उत्तरी और दक्षिणी इलाक़ों में लड़ाई ज़ारी है.
इराक़ी सेना का कहना है कि तिकरित पर हमले अमरीकी सैन्य सलाहकारों की रणनीतिक मदद से किए जा रहे हैं.
अमरीका ने इराक़ में क़रीब 300 सैन्य सलाहकार भेजे हैं.
मोसूल शहर पर कई हवाई हमलों की भी ख़बरें हैं.
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