डॉ संदीप श्रीवास्तव
किसी भी प्रोडक्ट या ब्रांड की मार्केटिंग के लिए वीडियो की मदद लेना एक आसान व प्रभावी माध्यम बन चुका है. खासतौर से सोशल मीडिया के सहयोग ने वीडियो मार्केटिंग के नये चलन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है. डालते हैं एक नजर उपभोक्ताओं को प्रभावित करनेवाले इस ट्रेंड पर…
मौजूदा दौर में किसी भी प्रोडक्ट की मार्केटिंग के लिए वीडियो मार्केटिंग को तेजी से अपनाया जा रहा है. आज उपभोक्ता तक पहुंचने के लिए लाइव स्ट्रीमिंग, इंटरएक्टिव 360 वीडियो, संवर्धित वास्तविकता को जानना मार्केटिंग का अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं. वर्ष 2018 वीडियो मार्केटिंग के लिए एक रोमांचक वर्ष था, इस दौरान हमने फेसबुक पर वीडियो ट्रेंड को तेजी से बढ़ते हुए देखा.
यहां तक कि गूगल ने सर्च करने पर वीडियो कंटेंट को सबसे ऊपर दिखाना शुरू कर दिया. इसका नतीजा यह हुआ कि अन्य सोशल मीडिया साइट्स ने भी वीडियो कंटेंट के उदय को पूरी तरह से गले लगाया. यही कारण है कि 2019 को वीडियो मार्केटिंग में निरंतर वृद्धि की संभावना के वर्ष के तौर पर देखा जा रहा है.
प्रभावी है मार्केटिंग का यह ट्रेंड
मार्केटिंग करनेवाली अधिकतर कंपनियों को इस बात का एहसास हो चुका है कि मार्केटिंग का यह माध्यम कितना सुलभ और प्रभावी है. ऐसे में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि क्या मार्केटिंग की दुनिया में कोई नयी तकनीक या मंच सामने आयेगा? इसमें कोई दो राय नहीं कि इन दोनों सवालों का जवाब हां है. यह साफ है कि किसी भी क्षेत्र में वीडियो मार्केटिंग का भविष्य बहुत उत्साहित करनेवाला है और दुनिया वीडियो सामग्री की ओर तेजी से बढ़ रही है.
सोशल मीडिया दे रहा है बढ़ावा
वीडियो मार्केटिंग पहले से ही फेसबुक का एक मुख्य आधार है. बदलते एल्गोरिदम और बढ़ती कीमतों के कारण, इंस्टाग्राम इस क्षेत्र में नये कीर्तिमान स्थापित कर सकता है. हाल में इंस्टाग्राम अपने पायलट कार्यक्रमों के साथ इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है. इंस्टाग्राम, वीडियो मार्केटिंग के क्षेत्र में कई नये और रचनात्मक तरीके अपना रहा है. इंस्टाग्राम ने अपनी स्टोरीज में वीडियो मार्केटिंग का समावेश कर इस दिशा में नयी परंपरा शुरू की है. लिंक्डइन ने भी अपने प्लेटफॉर्म पर प्रायोजित वीडियो सामग्री देना शुरू कर दिया है. बी2बी मार्केटिंग की दिशा में लिंक्डइन के पास भविष्य के ग्राहकों को आकर्षित करने की क्षमता है, क्योंकि यहां पर आनेवाले लोग पहले से ही व्यावसायिक मानसिकता के होते हैं.
ऐसे में लिंक्डइन रचनात्मक विज्ञापनों के लिए एक अद्वितीय मंच साबित हो सकता है. चूंकि लिंक्डइन पर वीडियो विज्ञापन चलाना अन्य सामाजिक प्लेटफार्मों की तुलना में अधिक महंगा होगा, इसलिए यहां पर आकर्षक और गतिशील वीडियो सामग्री प्रकाशित करना और भी आवश्यक है.
बढ़ी है नये प्रयोग की संभावना
फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, लिंक्डइन पर बढ़ते वीडियो कंटेंट के साथ वीडियो मार्केटिंग की दुनिया में नये प्रयोग होने शुरू हो चुके हैं. ऐसे में ऑनलाइन विज्ञापन और ब्रांड निर्माण की दिशा में वीडियो विज्ञापन की नयी योजनाएं और संभावनाएं सामने आयेंगी.
कहां-कहां हैं अवसर
जब नेटफ्लिक्स ने मेल-ऑर्डर वीडियो सेवा की शुरुआत की, तो कोई भी अनुमान नहीं लगा सकता था कि आगे क्या होगा. कुछ ही सालों में नेटफ्लिक्स, वीडियो सामग्री का पावर हाउस बन गया. नेटफ्लिक्स अब केवल स्ट्रीमिंग सेवा नहीं रहा बल्कि, एक स्थापित प्रोडक्शन स्टूडियो बन चुका है. नेटफ्लिक्स के अलावा हुलु, अमेजन प्राइम, हॉट स्टार जैसी सेवाओं के आने के बाद इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि आनेवाले समय में इंटरनेट वीडियो सामग्री पारंपरिक टेलीविजन सामग्री को पीछे छोड़ देगी.
वीडियो मार्केटिंग के फायदे
स्ट्रीमिंग सेवाओं पर विज्ञापन करने के कई फायदे हैं. यहां विज्ञापन करना अन्य परंपरागत माध्यमों की तुलना में कम खर्चीला होता है. इन मंचों के लिए विज्ञापन सामग्री बनाना आसान होता है. यहां पर टार्गेट कस्टमर तक पहुंचना अपेक्षाकृत आसान होता है, क्योंकि दर्शक के पसंदीदा कार्यक्रम उसके स्क्रीन पर एक के बाद एक दिखाई पड़ते हैं.
टूट रही पारंपरिक बाधाएं
सोशल मीडिया मंचों के आने से वीडियो सामग्री न सिर्फ बनाना आसान हुआ है, बल्कि इसकी वजह से कस्टमर तक पहुंचना भी आसान हो गया है. यह माध्यम आपको सीधे ग्राहकों के सामने खड़ा कर देता है.
जहां आप अपने कस्टमर तक रोज बड़ी आसानी से पहुंच सकते हैं और एक समुदाय बना उन्हें प्रभावित कर सकते हैं. 20 साल पहले तक ऐसा कोई मंच नहीं था, जहां एक साथ इतनी बड़ी संख्या में लोगों तक बिना कोई पैसा खर्च किये पहुंचा जा सके. यह मंच नये या छोटे व्यवसायी को भी वही अवसर देता है, जो किसी स्थापित या बड़े ब्रांड को यहां मिलता है. ऐसे में आप यहां न सिर्फ बड़े से बड़े प्रतिद्वंदी को प्रतिस्पर्धा दे सकते हैं, बल्कि उसे पराजित भी कर सकते हैं.
बढ़ रही है वीडियो कंटेंट की लोकप्रियता
इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन आॅफ इंडिया (आईएएमएआई) के अुनसार जून 2018 में भारत में इंटरनेट यूजर्स की संख्या 50 करोड़ को पार कर चुकी है. इंटरनेट उपभोक्ताओं में 60 प्रतिशत युवा हैं.
युवा इंटरनेट पर सबसे ज्यादा समय मनोरंजन संबंधी वीडियो और सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर वीडियो देखने में बिताते हैं. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अकेल फेसबुक पर ही रोज आठ अरब वीडियो देखे जाते हैं.
उपयोगकर्ता उस वेबसाइट पर 88 प्रतिशत अधिक समय बिताते हैं, जिस पर वीडियो कंटेंट होता है.लिखित सामग्री या फोटो की तुलना में वीडियो कंटेंट 12 प्रतिशत अधिक शेयर किया जाता है.वीडियो जितना छोटा होता है, यूजर्स इंगेजमेंट उतना ही अधिक होता है.2018 में इंटरनेट पर आनेवाले कुल यूजर्स में से 79 प्रतिशत केवल वीडियो देखनेवाले थे.यूजर्स की इस बदलती आदत की वजह से किसी अन्य माध्यम की तुलना में वीडियो कंटेंट पर आनेवाले विज्ञापनों के देखे और खरीदे जाने की संभावना 97 प्रतिशत ज्यादा होती है.