नयी दिल्ली:ब्रेन ट्यूमर एक ऐसी बीमारी है जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है यहां तक की बच्चों को भी यह बीमारी अपनी चपेट में ले सकती है. यदि इस बीमारी की पहचान शुरुआती लक्षण में कर लें तो रोगी की जान बचायी जा सकती है. यदि एनएचएस की माने तो हर साल ब्रिटेन में 5000 नये रोगी इसका शिकार होते हैं और 4300 लोग ही इस बीमारी का इलाज करवा पाते हैं.
ब्रेन ट्यूमर का यदि शुरुआती दिनों में पहचान हो जाती है तो इसका बेहत्तर इलाज किया जा सकता है. ब्रेन ट्यूमर चार स्टेप में बढ़ता है पहला स्टेप काफी आक्रमक होता है और अंतिम बहुत नुकसानदेह जिसमें रोगी की जान भी जा सकती है. इसके इलाज में देरी नहीं करनी चाहिए. शुरुआती लक्षण की पहचान होने के साथ ही इलाज करवाना चाहिए.
चौथे स्टेज पर जाने के बाद ब्रेन ट्यूमर दिमाग के दूसरे पार्ट को भी नुकसान पहुंचाना शुरु कर देता है यहां तक की यह रीढ़ की हड्डी को भी नुकसान पहुंचा सकता है. रेडियोथेरेपी या कीमोथेरपी की जरुरत पड़ इससे पहले ट्यूमर को ऑपरेशन करके निकाल देना चाहिए. कैंसर रिसर्च यूके की माने तो 2011 में इससे 4,975 लोगों की मौत हुई. यदि हम इसके बारे में जानकारी रखें तो हम इससे बच सकते हैं.