जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में वरिष्ठ पत्रकार और राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी की गोली मार हत्या कर दी गई है.
‘आतंक ने ईद से पहले अपना बदसूरत सिर उठाया’
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि 48 साल के बुखारी श्रीनगर में लाल चौक सिटी सेंटर स्थित अपने ऑफिस प्रेस इनक्लेव से निकलकर एक इफ़्तार पार्टी में जा रहे थे तभी अज्ञात हमलावरों ने उन्हें गोली मारी.
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद ने कहा है कि मोटरसाइकल सवार हमलावरों ने शाम के लगभग 7.15 बजे हमला किया.
इस हमले में शुजात बुखारी के साथ उनके पीएसओ की भी मौत हो गई है.
अभी तक किसी भी संगठन या गुट ने इस हमले की ज़िम्मेदारी नहीं ली है. कश्मीर ज़ोन पुलिस ने संदिग्ध हमलावरों की तस्वीर जारी की है.
जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने शुजात बुखारी की हत्या पर शोक जताया है.
महबूबा मुफ़्ती ने ट्वीट कर कहा, ‘शुजात बुखारी का मारा जाना आतंकवाद का जघन्य कृत्य है. वो भी ईद के ठीक पहले यह हमला किया गया है. हमें उन लोगों के ख़िलाफ़ एकजुट होने की ज़रूरत है जो शांति बहाली की कोशिशों को नाकाम करना चाहते हैं.’
https://twitter.com/MehboobaMufti/status/1007267616426086401
शुजात बुखारी राइजिंग कश्मीर के संपादक बनने से पहले 1997 से 2012 तक कश्मीर में ‘द हिन्दू’ अख़बार के संवाददाता थे.
पत्रकार होने के साथ-साथ वे कश्मीर की स्थानीय भाषाओं को ज़िंदा रखने के लिए भी अभियान चला रहे थे.
शुजात बुखारी पर साल 2000 में भी हमला हुआ था और तब से उन्हें पुलिस सुरक्षा मिली हुई थी. कश्मीर में शांति बहाल करने को लेकर शुजात बुखारी लंबे समय से सक्रिय रहे थे.
शुजात दुनिया भर में शांति और सुरक्षा जैसे मुद्दों पर आयोजित होने वाले सम्मेलनों में हिस्सा लेने के लिए अक्सर जाते रहते थे.
14 जून के अपने आख़िरी ट्वीट में बुखारी ने लिखा था, ‘कश्मीर में हमने गर्व के साथ पत्रकारिता की है और यहां पर जो भी हो रहा है उसे लोगों के सामने लाते रहेंगे.
https://twitter.com/bukharishujaat/status/1007141500336025600
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