रांची : खेलगांव परिसर युवाओं के रंग में सरोबार है. हरिवंश टाना भगत स्टेडियम हो या फिर रामदयाल मुंडा कला भवन हर जगह युवाओं की फौज दिख रही है. सभी प्रतिभा बिखेर रहे हैं. मौका है 33वां अंतर विवि युवा महोत्सव का. महोत्सव के दूसरे दिन (शनिवार) क्लासिकल डांस, एकांकी, इंडियन लाइट वोकल सोलो, फोक ट्राइबल डांस, परक्यूशन क्लासिकल इंस्ट्रूमेंटल सोलो, पेंटिंग, कार्टूनिंग जैसी प्रतियोगिताएं हुईं.
स्त्रियों को लेकर दिया संदेशनृत्य में दिखा समर्पण
फोक और ट्राइबल डांस में अपने-अपने राज्य की कलात्मक विरासत से एक-दूसरे को अवगत कराया. इस दौरान एक मंच पर दक्षिण भारत का सांस्कृतिक नृत्य देखने को मिला, तो पंजाब के भांगड़ा में यूथ नाचते-झूमते नजर आये. फोक व क्लासिकल डांस में पांच जोन के 15 विश्वविद्यालयों के प्रतिभागी शामिल हुए.
नाटक से कुरीतियों पर किया प्रहार
वन एक्ट प्ले में युवाओं ने संदेश दिया. रामदयाल मुंडा कला भवन में आयोजित प्ले में प्रत्येक प्रतिभागी को 25 मिनट का समय मिला. इसमें पांच जोन के 15 विवि के स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया. केरल विवि के विद्यार्थियों ने महाभारत पर अाधारित नाटक का मंचन किया. लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों ने राज प्रथा और स्त्रियों की दशा को दर्शाया.
समाज में स्त्रियों को लेकर जो आम धारणा है, उस पर बेजोड़ प्रहार किया. अपनी इस बात को उन्होंने राजस्थानी नाटक क्योंकि मैं गुलाम थी के मंचन से कही. इसके बाद गुजरात विवि, तेजपुर विवि असम, शिवाजी विवि कोल्हापुर, विनोबा भावे विवि हजारीबाग सहित अन्य विवि के बच्चों ने अपनी कला का परिचय दिया.