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अब नटवर बढ़ायेंगे कांग्रेस की मुश्किलें

नटवर की पुस्तक ‘वन लाइफ इज नॉट एनफ’ में हो सकते हैं चौंकानेवाले खुलासे नयी दिल्ली : पूर्व कांग्रेस नेता और पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह का कहना है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को दो चीजों के लिए कुछ ज्यादा ही क्रेडिट दिया जाता है. इनमें से एक 1991 के आर्थिक सुधार हैं, तो दूसरा […]

नटवर की पुस्तक ‘वन लाइफ इज नॉट एनफ’ में हो सकते हैं चौंकानेवाले खुलासे

नयी दिल्ली : पूर्व कांग्रेस नेता और पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह का कहना है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को दो चीजों के लिए कुछ ज्यादा ही क्रेडिट दिया जाता है. इनमें से एक 1991 के आर्थिक सुधार हैं, तो दूसरा अमेरिका के साथ सिविल न्यूक्लियर करार. पूर्व विदेश मंत्री का कहना है कि आर्थिक सुधारों के पीछे असल दिमाग पी वी नरसिंह राव का था और न्यूक्लियर डील के पीछे उनका (नटवर सिंह).

मनमोहन सिंह के पूर्व मीडिया सलाहकार संजय बारू की हालिया किताब से कांग्रेस की बड़ी फजीहत हुई है और अब नटवर सिंह की किताब आ रही है, जिससे कांग्रेस और प्रधानमंत्री की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. इकोनॉमिक टाइम्स से इंटरव्यू में उन्होंने यह इशारा किया कि इसमें क्या हो सकता है. उनकी इस आत्मकथा शैली की किताब का नाम ‘वन लाइफ इज नॉट एनफ’ है.

नटवर सिंह इंदिरा गांधी के जमाने से नेहरू-गांधी परिवार के करीबी थे. तब वह आइएफएस ऑफिसर के तौर पर पीएमओ में तैनात थे. 1984 में नटवर सिंह ने राजनीति में कदम रखा. वह राजीव गांधी सरकार में मंत्री रहे और बाद में सोनिया गांधी के भरोसेमंद सलाहकार. वह कांग्रेस कार्यसमिति के अहम सदस्य थे और निकाले जाने से पहले मनमोहन सिंह की कैबिनेट में भी थे.

मैं बेदाग होकर निकला : नटवर सिंह ने इकोनॉमिक टाइम्स को बताया कि उन पर लगे सारे आरोप गलत साबित हो चुके हैं. आज वह किसी राजनीतिक पार्टी से नहीं जुड़े हैं और उनके बेटे भाजपा विधायक हैं.

सोनिया गांधी के थे करीबी

नटवर सिंह को 2005 में विदेश मंत्री के पद से हटाया गया था. उन पर ‘तेल के बदले अनाज’ में शामिल होने का आरोप था. उससे पहले तक नटवर सिंह को 10 जनपथ का भरोसेमंद माना जाता था. यही वजह है कि कुछ हलकों में उनकी किताब का बेसब्री से इंतजार हो रहा है. हालांकि, नटवर सिंह साफ कह चुके हैं कि उनकी किताब चुनाव के बाद आयेगी. किताब में क्या लिखा है, पब्लिकेशन से पहले वह इस बारे में ज्यादा बताने को तैयार नहीं दिखे.

मनमोहन की इज्जत करता हूं

प्रधानमंत्री के बारे में उन्होंने कहा, मैं डॉ मनमोहन सिंह की इज्जत और उनका सम्मान करता हूं. पी वी नरसिंह राव ने जब मनमोहन सिंह को वित्त मंत्री चुना तो शुरू में आर्थिक सुधारों में उनकी बहुत दिलचस्पी नहीं थी. मनमोहन सिंह ने राव को बताया कि उन्होंने (मनमोहन) कुछ ही समय पहले नेहरू के समाजवादी सिद्धांतों के मुताबिक साउथ-साउथ कमीशन रिपोर्ट लिखी है. ऐसे में उनके लिए यू-टर्न लेना मुश्किल होगा. मैं यह कहूंगा कि राव के दृढ़ निश्चय और विजन के चलते आर्थिक सुधार हुए, जिन्हें सिंह ने लागू किया.

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