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संगीन में पत्थर की कठोरता

संगीन अपराध और संगीन मामले जैसे इस्तेमाल हिंदी व उर्दू में आम हैं. संगीन शब्द बना है फारसी के ‘संग’ से. संग का अर्थ होता है पत्थर. और, पत्थर प्रतीक है कठोरता का. इसीलिए कठोर दिल होने को संगदिल कहते हैं. आपने मुकेश की आवाज में यह गाना सुना ही होगा- जाऊं कहां बता ऐ […]

संगीन अपराध और संगीन मामले जैसे इस्तेमाल हिंदी व उर्दू में आम हैं. संगीन शब्द बना है फारसी के ‘संग’ से. संग का अर्थ होता है पत्थर. और, पत्थर प्रतीक है कठोरता का. इसीलिए कठोर दिल होने को संगदिल कहते हैं. आपने मुकेश की आवाज में यह गाना सुना ही होगा- जाऊं कहां बता ऐ दिल, दुनिया है बड़ी संगदिल. पत्थर की कठोरता के कारण ही संगीन को सख्त, कठोर; कड़ा, दुष्कर जैसे अर्थ मिले हैं. कठिन या दुष्कर काम को संगीन काम कहा जाता है.

जहां तक ‘संगीन अपराध’ का मामला है, तो यहां संगीन से आशय भारीपन या गंभीरता से है. पत्थर में कठोरता के साथ एक गुण भारी होने का भी है. यानी, संगीन शब्द अपराध की गुरुता का एहसास कराता है. संगीन बंदूक के आगे लगायी जानेवाली बरछी (इं8ल्ली3) को भी कहते हैं. उर्दू का मद्दाह शब्द कोश इस अर्थ में संगीन के इस्तेमाल को फारसी नहीं, बल्कि उर्दू का देसी उपयोग मानता है.

अपने भारीपन की वजह से ही पत्थर का इस्तेमाल वजन करने के लिए बांट के रूप में होता रहा है. उदाहरण के लिए, अंगरेजी में पत्थर को ‘स्टोन’ कहते हैं जो यूरोप और उत्तर अमेरिका में वजन मापने की एक पारंपरिक ईकाई भी रही है. पहले वहां अलग-अगल चीजें वजन करने के लिए अलग-अलग आकार के पत्थर इस्तेमाल होते थे. इसी तरह, तोलने के लिए इस्तेमाल होनेवाले पत्थर को फारसी में ‘संगे तराजू’ कहते हैं.

तोलने के बांट के लिए फारसी में एक और शब्द है ‘संज:’. इसी से संज प्रत्यय बना है, जो किसी शब्द के बाद में जुड़ कर तोलनेवाले का अर्थ देता है. जैसे, सुख़नसंज. सुख़न का मतलब होता है, बातचीत, वचन, काव्य आदि. कुल मिला कर कहें, तो आशय अभिव्यक्ति से है. इस तरह, सुख़नसंज का अर्थ हुआ, जो बात को तोल कर बोले.

संज: से ही संजीदा (फारसी में सही उच्चरण संजीद:) शब्द भी बना है. इसका शाब्दिक अर्थ हुआ तोला हुआ. लेकिन इसे काफी अर्थविस्तार मिला है. जो तोला हुआ होगा, वह संतुलित भी होगा. जो व्यक्ति हर काम सही-गलत खूब तोल कर करेगा, वह शांत भी होगा और गंभीर भी. जिसमें बातों या चीजों को तोलने की प्रवृत्ति होगी, वह हर बात को ध्यानपूर्वक सुनने और करनेवाला होगा. इस तरह संजीदा में ये सभी अर्थ समाहित हो गये हैं.

बताते चलें कि इमारतों में इस्तेमाल होनेवाले सफेद व चिकने पत्थर को फारसी में मर्मर या संगे मर्मर कहते हैं. अंगरेजी में इसके लिए मार्बल (marble) शब्द है, जो लैटिन के marmorसे आया है. आप खुद देखें कि यह फारसी के मर्मर से कितना मिलता-जुलता है.

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